तिल्दा नेवरा ट्रैक सीजी न्यूज़ रिपोर्टर शेखर यदु
कंपनी प्रबंधन जुटा था मामले को दबाने में।
नेवरा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत किरना, टंडवा स्थित बजरंग पवार प्लांट में ठेकेदारी पर कार्यरत पारस मनी यदु टंडवा निवासी 19 वर्षीय का किलन से गिरने पर मौत हो गई। बताया जाता है कि लगभग 12 से 13 दिन पहले प्लांट में काम करना शुरू किया था। मृतक अपने परिवार में अकेला ही कमाने वाला व्यक्ति था जिन पर अपनी मां और दो बहनों एवं एक भाई की जिम्मेदारी थी
काम करने के दौरान शुक्रवार की रात कीलन के ऊपर चढ़ा हुआ था उसी दौरान ऊपर से गिरने से मौत हो गई।
वही 19 वर्षीय पारस की मौत के बाद पवार प्लांट की सुरक्षा सेप्टी पर सवाल उठ रहे हैं।परिजनों का कहना है की प्लांट में नियमों की अनदेखी की जा रही है। सुरक्षा नियमों की जांच भी प्रशासन के द्वारा नहीं की जाती है। तिल्दा नेवरा औद्योगिक क्षेत्र घोषित होने के साथ बड़े-बड़े उद्योग स्थापित हो रहे हैं लेकिन सुरक्षा के नाम पर सिर्फ और सिर्फ दिखावा ही नजर आता है श्रम विभाग के अधिकारी तो कान में रूई डालकर सोए रहते हैं दुर्घटना हो जाने के बाद अगर कहीं पहुंचते भी हैं तो जांच के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जाती है उद्योग प्रबंधन को बचाने के लिए श्रम विभाग के द्वारा पूरी कोशिश कर प्रबंधन को निर्दोष करार दे ही देते हैं मानव सुरक्षा में कोई लापरवाही नहीं की गई है जो भी चूक हुई है वह मृत व्यक्ति के द्वारा ही चूक हुई है यह करार देने में श्रम विभाग को कोई समय नहीं लगता है
कंपनी परिसर के अंदर होने वाले हादसों की जांच का जिम्मा प्लांट निरीक्षक का होता है। बताया जा रहा है कि खबर लिखे जाने तक प्लांट निरीक्षक अथवा श्रम विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची। दरअसल श्रम विभाग के अधिकारियों की ओर से कंपनी परिसर का नियमित निरीक्षण नहीं होने से सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जाता। वही उद्योग प्रबंधन के द्वारा मुआवजा को लेकर अभी तक कोई भी उचित कार्यवाही नहीं की गई है आसपास के सरपंच जनप्रतिनिधियों एवं क्रांति सेना के द्वारा 25 लाख मुआवजा राशि एवं परिवार के पालन पोषण के लिए मृतक के परिवार को पेंशन देने की मांग की गई है जिस पर कंपनी प्रबंधन के द्वारा समाचार लिखे जाने तक कोई निर्णय नहीं दिया गया है जिससे कंपनी प्रबंधन की नियत को समझा जा सकता है