- छात्रों में बचपन से आयुर्वेद के प्रति जागरूकता लाने के लिए की गई पहल
- सही जीवन शैली, खानपान तथा रोगों की रोकथाम के संबंध में दी गई जानकारी
शशी रंजन सिंह
सूरजपुर (ट्रैक सी.जी. जिला ब्यूरो चीफ) :– आयुष मिशन अन्तर्गत संचालनालय आयुष रायपुर के निर्देशन में आयुष विभाग के राष्ट्रीय कार्यक्रम आयुर्विद्या का जिले के विभिन्न स्कूलों में आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में बचपन से आयुर्वेद के प्रति जागरूकता का बीज बोना है। गलत जीवन शैली एवं खानपान से उत्पन्न रोगों से बचाव करना है। इसके साथ किसी रोग की स्थिति में विद्यार्थियों की पहचान कर अपने अभिभावकों के साथ पास के आयुर्वेद संस्थाओं या उच्च केन्द्रों में उपचार हेतु भेजना है। विद्यालयों में कक्षा स्तर के अनुसार विभिन्न विषयों पर जागरूकता जैसे स्वच्छता, हस्तप्रक्षालन, दिनचर्या, पोषक आहार, आहार विधि, अच्छा आचरण, ऋतुचर्या, दैनिक जीवन में योग एवं व्यायाम का महत्व, मानसिक स्वास्थ्य, बालिकाओं में माहवारी, रक्ताल्पता, किशोरावस्था सम्बंधी समस्याएं, शारीरिक प्रकृति के विषय में सचेत करना है। इसके साथ आसपास पाये जाने वाले औषधीय, पेड़-पौधे जैसे नीम, ऑवला,जामुन, गिलोय, ऐलोवेरा, तुलसी, हरिद्रा आदि के उपयोग से परिचित कराना है, जिससे बच्चे इसे लगाने के लिए भी प्रेरित हो। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. रमाकांत शर्मा के मार्गदर्शन में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. निकिता टोप्पो द्वारा जिले के शासकीय माध्यमिक विद्यालय पतरापाली में आयुर्विद्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे 32 विद्यार्थीयों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें 10 विद्यार्थी व्याधिग्रस्त पाए गए। कार्यक्रम में अनिता सिंह, कृष्ण कुमार यादव, योगेश साहू, सरिता सिंह, एम पी डब्लू तुलेश्वर सिंह उपस्थित रहे।