आदिवासी आरक्षण से खिलवाड़ मतलब, समाज से विरोधी
ट्रैक सीजी सुकमा; सुकमा जिला में दिनांक 22.01.2025 से नगरीय निकाय चुनाव नामांकन भरने का तिथि आरंभ हुआ है। नगरीय निकायों में पार्टियों के चुनाव चिन्ह पर लड़ा जायेगा। राजनीतिक दल के अध्यक्ष पार्षद के चयन पर व्यस्त हो गए है। मुझे उम्मीद है इस बार भी प्रत्यक्ष रूप से मतदान होगा।
विशेष जनजाति की महिला आदिवासी सीट प्राप्त करने की अफवाहें
दोरनापाल नगर पंचायत अध्यक्ष का पद (एसटी) जनजाति महिला के लिए आरक्षित है, विश्वसीय सूत्रों से पता चला है श्रीमती राधा नायक बंजारा जाति के व्यक्ति से शादी की है, इस महिला की माता पिता मुरिया जनजाति के है। एक विशेष राजनीतिक दल का टिकट पाने का प्रयास कर रही है।
चुनाव जीत गई तो पदभार पूरा पति संभालेगा; समाज
यदि यह महिला चुनाव जीत जाती है तो इसका पति ही कमान संभालेगा पत्नी की कोई भूमिका नहीं होगी। यह अनुसूचित जनजाति (एसटी) का मजाक हो जायेगा। इस कारण सर्व आदिवासी समाज द्वारा यह सुझाव दिया गया है। ऐसे प्रत्यासी को नगर पंचायत दोरनापाल के लोगों के मध्य निरंतर अफवाएं चल रहीं है, इस बार श्रीमती राधा नायक दावेदारी कर सकती है, ऐसे चर्चाओं से सर्व आदिवासी समाज आक्रोशित है। यदि यह महिला चुनाव जीत जाती है तो यह विवेकपूर्वक कार्य नही कर सकती है। उनके कार्य के प्रति प्रत्यक्ष/ अप्रत्यक्ष रूप से उसका पति ही चलायेगा यह सर्व आदिवासी समाज का मजाक बन जायेगा।
- राजनीतिक दल आदिवासी आरक्षण से खिलवाड़ नहीं*
इन्ही परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सभी राजनीतिक दलों को ऊपर वर्णित प्रकार के प्रत्याशी को टिकट न देने का सुझाव दिया गया है। सर्व आदिवासी समाज द्वारा यह सुझाव दिया गया था और सभी राजनीतिक दलों ने इसके लिए सहमति व्यक्त की थी। यदि कोई राजनीतिक दल इस महिला को टिकट देता है, तो यह साबित होगा कि वह पार्टी अनुसूचित जनजाति (एसटी) आदिवासी विरोधी है।