महासमुंद ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
जनजातीय समाज की ऐतिहासिक, सामाजिक और आध्यात्मिक धरोहर को सम्मानित करने शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय महासमुंद में कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम छग के जनजातीय समुदाय और उनकी परंपराओं का छग के इतिहास, संस्कृति, कला और अन्य क्षेत्रों में विशेष योगदान को समर्पित था। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कमलेश ध्रुव प्रदेश उपाध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज ज़िला अध्यक्ष अनुसूचित जाति जनजाति उपस्थित रहे तथा मुख्य वक्ता के रूप में ग़ुलाब ठाकुर समाज सेवी ने जनजातीय नायकों बिरसा मुंडा के जीवन और उनके योगदान पर जानकारी दी। अध्यक्षता शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शीलभद्र कुमार ने की।
कार्यक्रम संयोजक श्रीमती कविता गहीर सह. प्राध्यापक वनस्पतिशास्त्र और सहसंयोजक श्रीमती प्रेरणा एक्का सह. प्राध्यापक अंग्रेज़ी रहे।
इस अवसर पर देवयानी एवं समूह ने अबूझमाड़िया जनजाति से प्रेरित सामूहिक नृत्य दीपिका एवं ग्रुप के द्वारा सुआ नृत्य देविका एवं ग्रुप के द्वारा वासी बारहमासी नृत्य कि सुंदर प्रस्तुति दी ।महाविद्यालय के अनेक छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर विभिन्न जनजाति संबंधित सामूहिक एवं एकल नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति की साथ ही छात्राओं के लिए भारत की विभिन्न जनजाति की वेशभूषा भी प्रदर्शित किया जिसमें बस्तर, जशपुर, नारायणपुर, छत्तीसगढ़ी, भील अंडमान निकोबार दीप समूह के जनजाति आदि जनजाति के सुंदर वेशभूषा को प्रदर्शित किया।जनजाति के गौरवशाली इतिहास को प्रस्तुत करते हुए छात्राओं ने विभिन्न जनजाति के विभिन्न व्यंजन एवं मिष्ठान बनाकर महाविद्यालय में इसकी बिक्री की जो बहुत ही सफलता पूर्वक रहा.
इस जनजाति का गौरवशाली अतीत को झलकाते हुए महाविद्यालय की छात्राओं ने निबंध एवं पोस्टर बनाकर प्रदर्शनी लगायी जिसमें जनजाति के विभिन्न स्वतंत्रता सेनानी जैसे बिरसा मुंडा जी, रानी दुर्गावती, डॉ. भीम राव अंबेडकर जी शहीद वीर नारायण सिंह आदि के सुंदर चित्र बनाकर प्रस्तुत किया जो बहुत ही सराहनीय रहा एवं जनजाति की अविश्वनीय ऐतिहासिक योगदान देखने को प्राप्त हुआ।इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त स्टाफ़ उपस्थित रहे एवं सभी छात्राओं को मार्गदर्शित एवं उत्साहित किया।कार्यक्रम के आख़िरी में श्री जगदीश प्रसाद खटकर द्वारा अतिथियों एवं समस्त महाविद्यालय को धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
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