पखांजूर एक तरफ सरकार एक पेड़ माँ के नाम पर लगा रहे है साथ ही लोगो से पेड़ लगाने की अपील कर रहे है, पखांजूर इलाके से जहाँ अपना आशियाना बनाने के लिए ग्रामीणों ने सैकड़ो एकड़ के हजारों पेड़ काट दिये ताकि उन्हें वनअधिकार पट्टा मिल सके और अपना खेती समेत निजी स्वार्थ सिद्ध कर सके,पखांजूर क्षेत्र मे ग्रामीणों ने सैकड़ो एकड़ की जंगल मे पेड़ काटने का मामला सामने आ गया है,पूरा मामला वनपरिक्षेत्र कापसी का है जहाँ ग्रामीणों ने अवधपुर इलाका मे अतिक्रमण लिए लगभग दो सौ एकड़ से अधिक जमीन मे लगे सैकड़ो पेड़ो की बलि चढ़ा दी,चैकाने वाली बात यह है की सैकड़ो एकड़ मे लगे पेड़ो पर कुल्हाड़ी चलती रही लेकिन वन विभाग को कानो कान खबर तक नहीं मिली,अवधपुर इलाके मे लगातार बढ़ रही अतिक्रमण मामले को लेकर वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है,जिससे क्षेत्र में लगातार पेड़ पौधे पर खुलेआम कुल्हाड़ी चला कर ग्रामीण अपना आशियाना बनाने में जुटे है,वहीं धड़ल्ले से बढ़ रही अतिक्रमण मामले के वजह से जंगल धीरे धीरे खत्म होने लगा है।वहीं पेड़ पौधों की अंधाधुन कटाई से शहरीकरण में काफी इजाफा हुआ है लेकिन वन संपदा को भी भारी क्षति लगातार हो रही है,पेड़ो की कटाई कर ग्रामीण खेती करने हेतु खेत बना कर शहरीकरण को बढ़ावा देने में जुटे है,वहीं दूसरी तरफ संबंधित विभाग के जिम्मेदार आला अफसर भी हाथ मे हाथ धरे बैठे हुए है। वहीं संबंधित विभागों के आला अफसरों की निष्क्रियता के चलते जहां वन संपदाओं से भरा हुआ क्षेत्र आज अतिक्रमणकारीयो के चलते आज शहरीकरण की भेंट चढ़ता जा रहा है।जिससे साफ जाहिर होता है कि संबंधित विभाग के आला अफसर अपने कार्यालय में ऐसी लगाकर बैठ कर मजा लेते है और इधर दूसरी ओर अतिक्रमणकारी अपना आशियाना बनाने में जुटे रहते है।
अवधपुर इलाका मे सैकड़ो एकड़ मे हुए सैकड़ो पेड़ो की कटाई से वनो की सूरक्षा के लिये तैनात वनपरिक्षेत्र अधिकारी व् वनपाल अधिकारी पर मामले को लेकर सवाल खड़े हो रहे है।परिक्षेत्र के अनुसार वनपाल की मौजूदगी होने के बावजुद नजदीक के जंगलो में पेड़ की जगह ठुठ क्यो है?यह एक जांच का विषय है,ग्रामीणों ने सैकड़ो पेड़ो को काट के गिरा दिया है इसके आलावा वनमाफिया इतने चतुर है की बड़े और विशालकाय पेड़ो के ऊपरी हिस्से को काट दिया है।जो अगले तीन से चार महीने के भीतर पेड़ सुख जायेगा और सूखने के बाद उसमे आग लगाकर पेड़ो को गिरा दिया जायेगा और भूमि को समतल कर अपना खेत या अन्य स्वार्थ सिद्ध किया जायेगा,ऐसे मे वन विभाग की निष्क्रियता का भरपूर फायदा वनमाफिया उठाते हुए नजर आ रहे है।
वर्सन– जांच किया जा रहा है जो जो गलती किया सभी पर उचित कार्रवाई किया जाएगा ।( देवदत्त तारम वन परिक्षेत्र अधिकारी कापसी)