तनुज सरकार ।
पखांजुर-इनकाउंटर स्पेसलिस्ट और पखांजुर थाना प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मण केवट को केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा दक्षता पदक से हुए सम्मानित किया गया।यह अवार्ड सुरक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर दिया गया है।इससे पहले भी नक्सलियों को मारने और बड़ी मुठभेड़ जैसे साहसी कार्यों में गणतंत्र दिवस पर रायपुर में राज्यपाल अनसुइया उइके के हाथों उन्हें यह सम्मानित किया गया था। टीआई लक्ष्मण केंवट अब तक 30 मुड़भेड़ में 74 हार्डकोर नक्सलियों को मार चुके हैं।जिसके बाद 6 पुलिस वीरता पदक मिल चुका है निरीक्षक लक्ष्मण केवट का पहल पोस्टिंग 2007 आरक्षण के पद पर सूरजपुर में हुआ था,सूरजपुर से सफर का शुरुआत किया,जिसके बाद पमोशन हुआ और बर्ष 2012 सबइंस्पेक्टर के पद पर बीजापुर में पोस्टिंग हुआ।बीजापुर में पोस्टिंग दौरान 20 एनकाउंटर में 29 नक्सली मारा गिराया।2014 में आउट ऑफ टाइम प्रोमोशन मिला और निरीक्षक बन गए।2017 में राजनांदगांव में पोस्टिंग हुआ,राजनांदगांव में 2022 तक रहे।राजनांदगांव में 6 एनकाउंटर किया गया जिसमें 13 नक्सलीय मार गिराया था। 2022 में अतिनक्सली प्रभावित क्षेत्र कांकेर जिला के पखांजुर का पदभार सम्भाला।पखांजुर में चार एनकाउंटर में लीड रोल में रहे। लक्ष्मण केवट के पखांजुर में बर्तमान में पदस्थ है।अब तक 32 नक्सली मार गिराया है,अब तक कुल 30 एनकाउंटर में 74 नक्सलीय मार गिराया ।
दक्षता पदक मिलने के बाद ट्रैक सीजी से विशेष बातचीत करते हुए लक्ष्मण ने बताया कि 2007 में आरक्षक के पद पर उन्होंने पुलिस की नौकरी की शुरुआत की थी। 2011 में राज्य में नक्सली हिंसा बढ रही थी तब सरकार ने एक स्कीम के तहत कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल को एक परीक्षा के बाद सीधे इंस्पेक्टर बनाने का निर्णय लिया लेकिन शर्त यह रखी की पास होने वाले कर्मियों को अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नौकरी करनी पड़ेगी।परीक्षा को पास करने के बाद लक्ष्मण को बीजापुर के आवापल्ली और भैरमगढ जैसे गहन जंगल वाले इलाके में भेज दिया गया जहां हेलीकाफ्टर से सिपाहियों का आना-जाना होता था। बीजापुर के इसी इलाके से लक्ष्मण ने नक्सलियों से लोहा लेना सीखा और तीन साल तक यहां रहकर कुल 20 मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मौत के घाट उतारा। सितंबर 2017 में लक्ष्मण को जिले के गातापार थाने का इंस्पेक्टर बनाया गया जिसमें छह बड़ी मुठभेड़ में 13 नक्सलियों को मारा जिनमें दो डीवीसी मेंगर भी थे।लक्ष्मण और उनकी टीम ने कांकेर जिला नक्सलियों के खात्मे के लिए भारत का सबसे बड़ा ऑपरेशन 16 अप्रेल 2024 छोटेबेटिया थाना क्षेत्र का कलपर की पहाड़ी में हुआ था जिसमे 29 नक्सलियों का शव मिला था,इस ऑपरेशन में शंकर राव तथा ललिता को ढेर किया था,जिनके ऊपर 25-25 लाख का इनाम था।पखांजुर में पदस्थापित होने के बाद चार एनकाउंटर में लीड किए जिसमें कुल 32 नक्सली को मार गिराया। जबकि कई नक्सली गोली लगने के बाद भी हाथ नही आए। इन सभी नक्सलियों को मारने के लिए लक्ष्मण और उनकी टीम को कुल डेढ करोड़ रूपये के करीब इनाम मिल चुके हैं। लक्ष्मण मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ जोन के विस्तार को रोकने के लिए प्रयासरत हैं। साथ ही लक्ष्मण नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए भी काम कर रहे हैं।रायपुर कार्यक्रम के दौरान गृहमंत्री अमित शाहा ने पिट थपथपाई और कार्य की सराहना किया।