पिथौरा ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय खुटेरी में छत्तीसगढ़ को राज्यगीत देने वाले डॉ नरेंद्र देव वर्मा की जयंती पर उन्हें स्मरण किया गया। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद राष्ट्रगान और राष्ट्रीय गीत की तरह हर राजकीय और विभिन्न मंचों पर राज्य के सम्मान में गाये जाने वाले राज्यगीत को डॉ नरेंद्र देव वर्मा ने लिखा था, जिनकी आज जयंती है। इस गीत को राज्यगीत छत्तीसगढ़ शासन ने १८ नवम्बर २०१९ को राज्यगीत के रूप में मान्यता दी है। विद्यालय के सहसंज्ञानात्मक आयोजन में प्रथम पुष्प के रूप में डॉ नरेन्द्र देव के पूजन पश्चात माध्यमिक की बहनों द्वारा राज्यगीत की नृत्यमय प्रस्तुति उपरांत पूर्व माध्यमिक शाला के प्रभारी प्रधानपाठक पालेश्वर पटेल ने छत्तीसगढ़ीया सबले बढ़िया, छत्तीसगढ़ महतारी की जय घोष के साथ उनके जीवन पर प्रकाश डाला। वहीं विषय को प्रासंगिक बनाते हुए प्राथमिक विद्यालय खुटेरी के प्रधानपाठक डोलामणी साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति का मानविकीकरण करने वाले डॉ नरेंद्र देव की रचना और उनके साहित्य की सेवा प्रदेश के छात्र,युवा और हर पीढी के लिए प्रेरणा और ज्ञान के पुंज हैं। वरिष्ठ शिक्षक अभिनंन्दन नाग ने अपने सी.सी.आर.टी. गुवाहाटी में आयोजित “प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण में विद्यालयों की भूमिका” प्रशिक्षण में छत्तीसगढ़ की संस्कृति, धरोहरों, प्रकृति, रहन-सहन, वेशभूषा व परम्पराओं के द्वारा प्रदेश को नई पहचान व छत्तीसगढ़ महतारी की स्तुतिगान के सौभाग्य को उद्धृत करते हुए कहा कि भारत के सोलह राज्यों के राज्यगीत में छत्तीसगढ़ के राज्यगीत की विषय सामग्री और लय को सराहा गया। छात्र अध्यापक आफताब आलम अंसारी ने प्रतियोगी परीक्षाओं में इस समयानुकूल आयोजन को सराहा और विद्यालय परिवार के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। कार्यक्रम के संयोजन में भूपेंद्र सिंह ठाकुर,प्रभाकिरण ध्रुव, अनिता बरिहा,डिम्पल पटेल, हासनी पटेल, पुष्पकांत मिश्रा, कामिनी चौधरी, सरिता महानन्द का विशेष योगदान रहा। इस जयंती के अवसर पर बच्चों का मुँह मीठा कर कार्यक्रम का समारोप किया गया।
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