विक्रांत धान के ऐजेंट मुज्जफर चिसती ने किसानो को घटिया बीज दे कर ठगा किसानो ने की एसडीम से की शिकायत।
क्या कंपनी एजेंट के उपर कोई कार्यवाही होगी ❓
आपको बता दूं कि आज के इस युग किसानों को ठगने का नए कंपनियों ने नया नया रास्ता निकाल लिया है ठीक ऐसा ही विक्रांत धान के ऐजेंट मुज्जफर चिसती ने खाराकोना के किसान मो इमतियाज और मो सैफ़ किसानों को बतौली के खाद बीज दुकान में बीज लेते वक्त अपनी धान की उत्पादन शक्ति और भरपूर उपज और मार्केट में अन्य धान को टक्कर देने वाला धान बताकर किसानों को अपने झांसे मे ले लिया और धान के बीड़ा करने से लेकर बलिया फूटने तक जो जो तरीका अपनाने के लिए एजेंट मुजफ्फर हसन चिश्ती ने कहा था किसानों ने वो पैंतरा भी अपनाया लेकिन जब बलिया फूटने की समय आई तब बलिया फुटकर स्वत मर जा रही है और यह सिर्फ विक्रांत धान बीज की समस्या है और भी जो हमने फ़सल लगाई है जो दूसरी कंपनी की धान बीज है उसी खेत के बगल में वो एकदम स्वस्थ और अच्छी है लेकिन जो मुजफ्फर हसन चिश्ती ने हमें अधिक उत्पादन देने वाला धान बताया था वा जबरन हमें अच्छा धान होना बोल कर अपनी कंपनी की धान बेची थी उस धान में आज हसुआ चलना मुश्किल है सीधे तौर पर किसानों को लाखों का नुकसान हो गया है अब इसकी भरपाई कौन करेगा ❓
जब हमने एजेंट मुजफ्फर चिश्ती से बात की तो एजेंट ने हाथ खड़े कर लिए और कहा कि हमारा काम बीज बेचना था तुमको जो करना है कर लो…….।
क्या किसानों को चुना लगाने ठगने के लिए बैठा है मुजफ्फर हसन चिश्ती आखिर क्यों थमाया नकली वा घटिया बीज ❓
जब धान रोपाई से लेकर बलिया फूटने तक सारे काम एजेंट मुजफ्फर चिश्ती के देख रेख में हुआ तब कैसे पूरी फसल की बालियां फुटकर मर गई ❓
और सिर्फ एजेंट मुजफ्फर हसन चिश्ती के द्वारा विक्रांत कंपनी की धान की बालियां फुटकर क्यों मरी ❓
आखिर कब होंगे नकली धान की बिक्री बन्द और कब तक ठगे जाएंगे किसान ❓
आखिर अब किसानों की धान की नुकसान की भरपाई कौन करेगा ❓