सांपों का रेस्क्यू कर हासिल किया कीर्तिमान
पिथौरा ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला अंतर्गत पिथौरा निवासी संजय डोंगरे ने विगत दो वर्षों में ही 5 सौ से भी अधिक सांपों का रेस्क्यू कर एक नया कीर्तिमान हांसिल किया है रेस्क्यू कर पकड़े गए सांपों को उनके प्राकृतिक वातावरण में सुरक्षित छोड़ा गया है।संजय की यह सेवा उन्हें पिथौरा क्षेत्र में एक अनूठी पहचान दिला चुकी है।लिहाजा उन्हें लोग सर्पमित्र के नाम से जानते हैं।सर्पमित्र संजय से हमारे रिपोर्टर ने बात की जिसमें उसने बताया कि उन्हें बचपन से ही सांपों समझने और। जानने में विशेष रुचि थी. उनके प्रति लगाव और उत्सुकता ने उन्हें सांपों के बारे में गहराई से जानने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सोशल मीडिया और वीडियो के माध्यम से सांपों के बारे में जानकारी हासिल की,,, और इसकी ट्रेनिंग भी ली ।अब वह सांपों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनके द्वारा सांप पकड़ने के लिए लोहे की 6 फीट की सांसी का इस्तेमाल किया जाता है।और आसपास के जंगल क्षेत्रों में सांपों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाकर छोड़ दिया जाता हैं।बता दें कि संजय को सर्प रेस्क्यू के लिए लोग दूर-दूर से बुलाते है।
पिथौरा सहित जिले के किसी भी मकान दुकानों पुलिस वन विभागों की टीम द्वारा सांप निकलने की स्थिति में लोग संजय को रेस्क्यू के लिए बुलाते हैं.पुलिस विभाग में तैनात 112 वाहन के कर्मचारी भी अब संजय को सांपों का रेस्क्यू करने के लिए बुलाते हैं।संजय की टीम में 5 अन्य सहयोगी परमेश्वर सेंदरिया, पवन दीप, रवि निर्मलकर, और लीलेश मानिकपुरी ,आनंद हैं, जो उनके साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन्स को अंजाम देते हैं।