महासमुंद ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
छत्तीसगढ़ सहकारी प्रशिक्षण संस्थान रायपुर द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय बैंकर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम मे महासमुंद जिले के सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. सुरेश शुक्ला, प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक श्री भूपेश चंद्रवंशी, उप निदेशक श्री आनंद लहरे तथा कार्यक्रम संयोजक श्री विमल सिंग द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया Iकार्यक्रम का उद्घाटन सत्र के अवसर पर संस्थान के निदेशक श्री चंद्रवंशी द्वारा सरकार की योजनाओं और विभिन्न संगठनों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बैंक अधिकारियों को योजनाओं और समूहों के प्रभावी क्रियान्वयन के माध्यम से समाज के कमजोर वर्गों तक लाभ पहुंचाने हेतु प्रेरित किया ।
त्रिदिवसीय कार्यक्रम के समापन सत्र के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप मे पधारे छत्तीसगढ़ के पद्मश्री सम्मानित श्री मति फूलबासन बाई यादव द्वारा बैंकर्स और समूह के मध्य स्वस्थ्य सम्बन्ध और उसके माध्यम से समूहों को प्रोत्साहित किये जाने पर व्यक्तव्य दिया तथा दशको पूर्व समूह के माध्यम से किये गए कार्य के अनुभव को साझा करते हुए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बैंक अधिकारियो को प्रमाण पत्र वितरण किया Iप्रशिक्षण कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता व विषय विशेषज्ञ के रूप मे डॉ. सुरेश शुक्ला द्वारा सरकारी योजनाओं की जानकारी के अंतर्गत प्रतिभागियों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री जन धन योजना, स्वास्थ्य बीमा योजना और अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की विस्तृत जानकारी दिया गया । इन योजनाओं के लाभार्थियों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को समझाया गया, स्व सहायता समूह (SHG) और किसान क्लब की भूमिका और उनके माध्यम से ग्रामीण और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाना, संयुक्त देयता समूहों के माध्यम से किसानों और छोटे उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया की जानकारी प्रदान किया गया वित्तीय समावेशन के तहत बैंकिंग सेवाओं के डिजिटल और समावेशी मॉडल को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया, जिससे दूरस्थ और वंचित क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाएं सुलभ हो सकें।
बैंक अधिकारियों को योजनाओं के सही और समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया। प्रश्नोत्तर सत्र में प्रतिभागियों ने अपनी शंकाओं और चिंताओं को व्यक्त किया, जिनका समाधान किया गया।
योजनाओं और समूहों के माध्यम से समाज के सबसे कमजोर वर्गों तक कैसे पहुंचा जा सकता है।”
राज्य भर से आए लगभग 40 बैंक अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने इसे अत्यंत लाभकारी बताते हुए कहा कि वे यहां से प्राप्त ज्ञान और तकनीकों को अपने कार्य क्षेत्रों में लागू किये जाने हेतु सहमति प्रदान किया ।
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