शशी रंजन सिंह
सूरजपुर (ट्रैक सी.जी. जिला ब्यूरो चीफ) :–सूरजपुर जिले के भैयाथान में बने वेनिका हाइड्रो पावर प्लांट के डैम के गेट नहीं खुलने से लबालब पानी भर गया है। अब डैम ओवरफ्लो होने लगा है। जिससे जनरेटर यूनिट में भी पानी जाने का खतरा बना हुआ है। आसपास के 6 गांवों को प्रशासन ने सतर्क कर दिया है। कलेक्टर और एसपी के साथ प्रशासनिक अमला स्थिति पर नजर बनाए हुए है।जानकारी के मुताबिक, भैयाथान के चिकनी में महान नदी पर बने 25 मेगावाट के वेनिका हाइड्रो पावर प्लांट में गुरुवार रात बिजली ट्रिप हो गई। जिससे तीनों टरबाइन यूनिट बंद हो गए। प्रतापपुर इलाके में कुछ ही घंटों में करीब 70 मिलीमीटर बारिश के कारण महान नदी में अचानक तेजी से पानी आ गया।
डैम में अतिरिक्त पानी को नियंत्रित करने और 9 गेटों को खोलना था, लेकिन बिजली है। वहीं, जनरेटर के माध्यम से भी गेट खोलने की कोशिश नाकाम हुई, तो हाइड्रोलिक की मदद से गेट को खोलने का प्रयास देर रात किया गया, तब तक डैम में ऊपर तक पानी आ गया।
महान नदी के वेनका प्रोजेक्ट डैम से पानी ओवरफ्लो होने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमले ने ग्राम पंचायत चिकनी, मयूरधकी, बल्हीपानी, बिजलीडांड, लांजित में मुनादी करा लोगों को सतर्क किया। नीचे के इलाकों में बसे लोगों को सुरक्षित निकल जाने के लिए कहा गया। महान नदी के आसपास बसे अन्य बसाहटों के लोगों को भी सतर्क किया जा रहा है।
वेनिका पावर प्रोजेक्ट के बांध की ऊंचाई 21 मीटर है, जो उच्च कोटि के कंक्रीट से बना है। इसकी लंबाई करीब 200 मीटर है। इस लिहाज से बड़ी मात्रा में पानी डैम में जमा है। वेनिका के अधिकारियों के अनुसार डैम टूटने का कोई खतरा नहीं है। पानी रात और सुबह के मुकाबले शाम तक कुछ कम हुआ है। हालांकि सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में हो रही बारिश का पानी भी महान नदी में आता है।
वेनिका का पावर प्रोजेक्ट 2018 में बना था। पूरी क्षमता के साथ काम कर रहा था। बिजली ट्रिप होने के बाद और तेजी से पानी आने के कारण यह स्थिति बनी। डैम ओवरफ्लो होने से पावर प्लांट के जनरेटर प्लांट तक पानी नहीं पहुंचा है और मशीनें सुरक्षित हैं। जनरेटर यूनिट तक पानी न पहुंचे, इसके लिए अधिकारी जुटे हुए हैं।
वेनिका डैम के दूसरी ओर बलहीपानी गांव की बसाहट है। पहाड़ियों से घिरे इस गांव के ग्रामीणों के आवागमन का बांध के ऊपर बने मार्ग से होता है। डैम के ओवरफ्लो होने के कारण इस गांव का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने बांध के डूबान क्षेत्र के आसपास मौजूद गांवों को खाली करा ऊंचे स्थानों पर भेजने का काम शुरू कर दिया है।