रेलवे लाइन पार कर दोनों हाथी गुरुवार को वापस जाने पहुंचे धनगवां के जंगल,देर रात तोड़े दो-तीन मकानअनूपपुर/18/जुलाई/शशिधर अग्रवाल
अनूपपुर जिले के सीमा में विगत 33 दिन पूर्व आए दो नर प्रवासी हाथी विगत रात लेलिया से रेलवे लाइन एवं मुख्य मार्ग को पार कर वापस जाने को तैयार हो गए हैं जो देर रात मोजर बेयर की बाउंड्री तोड़ कुछ घंटे आराम करने बाद गुरुवार की सुबह धनगवां कज जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं यह दोनों हाथी बुधवार की सुबह गोवारी के बेलियाकछरा गांव के बेलियाकछरा के जंगल में पूरे दिन विश्राम करने बाद देर रात जंगल से निकल कर तिपान नदी के ऊपर बेलिया गांव में कुछ ग्रामीणों के कच्चे झोपड़ी नुमा मकान को तोड़कर रखे अनाज खाने बाद निरंतर तीन बार प्रयास करते हुए अनूपपुर-जैतहरी रेलवे लाइन एवं मुख्य मार्ग को पार कर देर रात अमगवां,गुवारी होते हुए मोजर वेयर के गेट नंबर 3 एवं 4 के मध्य सीमेंट कंक्रीट प्लेट को तोड़कर कुछ घंटे आराम करने बाद गुरुवार की सुबह वापस जाने की दिशा में धनगवां के जंगल में ठहर कर वापस बढते जाने की संभावना व्यक्त की रही है।हाथियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से वनविभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार वन परिक्षेत्र जैतहरी के गोबरी बीट अंतर्गत कक्ष क्रमांक 302 का जंगल जो हाथियों के प्रवेश कर ठहराव का स्थल है में भविष्य में हाथियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से खाई खुदाई जाने का कार्य प्रारंभ किया गया है एक बार फिर से एक माह से अधिक समय तक रहवास बनकर रह रहे दोनों नर हाथियों के वापस जाने की खबर से दर्जनों ग्राम के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है, हाथियों के रेलवे लाइन पार कराने के उद्देश्य से वनविभाग द्वारा रेलवे प्रशासन एवं अनूपपुर तथा जैतहरी पुलिस थाना की मदद से कुछ देर के लिए आवागवन रोका गया जिससे दोनों हाथी बिना किसी नुकसान के रेलवे लाइन तथा मुख्य मार्ग पारकर आगे की ओर बढ़ गए रहे है।रिपोर्ट शशिधर अग्रवाल अनूपपुर