ट्रैक सीजी ब्यूरो बीजापुर
जिला कांग्रेस कमेटी बीजापुर
स्वास्थ्य मंत्री से मिलने पालक इंतज़ार करते रहे लेकिन मंत्री पीड़ित परिवारों से नहीं मिले- नीना रावतिया उद्दे बीजापुर
दिनांक-16/07/2024
मंगलवार को ज़िला मुख्यालय बीजापुर में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि पोटाकेबिन में अध्ययनरत दो छात्राओं की मौत दुःखद है। उन्होंने आगे कहा कि तरलागुड़ा और संगमपल्ली पोटाकेबिन में मलेरिया से छात्रों की हुई मौत को रोका जा सकता था। इस घटना से पालकों में डर और भय का माहौल है पालक अपने अपने बच्चों को पोटाकेबिन से वापस घर ले जा रहे है इन सारे चीजों को देखने से ऐसा लगता है कि प्रशासन के निचले स्तर से लेकर बड़े स्तर तक लाफ़रवाही बरती गई है इस मामले में ज़िला प्रशासन पूरी तरह दोषी है। विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि भाजपा सरकार से न तो सरकार संबल रही है और न ही स्वास्थ्य सेवाएँ संबल रही है। विधायक विक्रम मंडावी ने आगे कहा कि भाजपा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बीजापुर तो आतें है लेकिन वे पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं जाते केवल औपचारिकता निभाने बीजापुर आकर वापस चले जातें है ये दुर्भाग्य की बात है।
प्रेस वार्ता में बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार षड्यंत्र पूर्वक बस्तर के आदिवासियों को किसी न किसी तरीक़े से हत्या कराना चाहती है। चाहे निर्दोष ग्रामीणों का फर्जी मुठभेड़ हो, चाहे नक्सली की गोलियो से हत्या हो या फिर चाहे बीमारियों से मौत हो हर तरह से आदिवासियों की ही मौत हो रही है भाजपा सरकार आदिवासियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह विफल है इसलिए कांग्रेस पार्टी की मांग है कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।
वहीं प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जांचदल की संयोजक नीना रावतिया उद्दे ने कहा कि प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से आदिवासी क्षेत्र में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है पोटाकेबिन में अध्ययन करने वाले छात्रायें मलेरिया से ग्रसित है और भाजपा सरकार में छात्रों का मलेरिया से इलाज नहीं हो पाना दुःख की बात है सोमवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बीजापुर के दौरे पर रहे पीड़ित परिवार के लोग स्वास्थ्य मंत्री से मिलना चाहते थे लेकिन मंत्री जी बीजापुर में ही औपचारिकता निभाकर चले गये। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए नीना रावतिया उद्दे ने कहा कि छात्रावासों में न नियमित स्वास्थ्य परीक्षण होता है और न ही स्वच्छता का ख़्याल रखा जा रहा है जैसे ही किसी छात्रा का तबियत ज़्यादा ख़राब हो जाती है तो अधीक्षक छात्र का इलाज करवाने के बजाय उसे परिजनों को घर ले जाने को कहा जाता है। नीना रावतिया उद्दे ने आगे कहा कि जिले में अधीक्षक से लेकर बड़े अधिकारी केवल भ्रष्टाचार करने में लगे है।
विदित हो कि तारलागुड़ा और संगमपल्ली पोटाकेबिन में अध्ययनरत छात्रों की मलेरिया से हुये मौत को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने ज़िला पंचायत सदस्य एवं प्रदेश कांग्रेस की महामंत्री नीना रावतिया उद्दे के नेतृत्व में 9 सदस्यीय जांच दल का गठन किया था जिसमें नीना रावतिया उद्दे को जांच दल का संयोजक, एवं सरिता चापा जिला पंचायत सदस्य, पार्वती कश्यप जिला पंचायत सदस्य, संतकुमारी मंडावी जिला पंचायत सदस्य, गीता कमल अध्यक्ष-जिला महिला कांग्रेस, निर्मला सरपल्ली अध्यक्ष-जनपद पंचायत, अनिता तेलम अध्यक्ष-जनपद पंचायत, बोधी ताती, अध्यक्ष-जनपद पंचायत, रिंकी कोराम, अध्यक्ष-नगर पंचायत आदि को जांच दल का सदस्य बनाया गया था। जांच समिति के सदस्यों से अविलंब प्रभावित पोटाकेबिनों का दौरा कर पीड़ितों सहित स्थानीय ग्रामवासियों से भेंट / चर्चा कर घटना की वस्तुस्थिति से अवगत होकर अपना प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रेषित करने का आग्रह किया गया था। जांच दल ने सोमवार 15 जुलाई को प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था।
प्रेस वार्ता के दौरान ज़िला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, ज़िला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, ज़िला पंचायत सदस्य बसंतराव ताटी, सोमारु कश्यप, ज़िला महामंत्री सुखदेव नाग, पुरुषोत्तम खत्री, पुरुषोत्तम सल्लूर, सोनू पोटाम, सुनील उद्दे समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रेस वार्ता के दौरान मौजूद थे।