जैजैपुर विद्युत विभाग फिर एक बार सुर्खियों में
ट्रैक सीजी अवधेश टंडन। जैजैपुर क्षेत्र में बिजली कटौती की समस्या से उपभोगताओं को राहत नहीं मिल पा रही है इससे विद्युत विभाग की मनमानी लापरवाही या विफलता भी कह सकते है सक्ति जिले में अपने कार्यशैली को लेकर हमेशा से ही सुर्खियों में रहने वाले बिजली विभाग ही है। बिजली विभाग को हर साल लाखों रुपए मेंटेन्स के नाम पर राशि की स्वीकृति दी जाती है ताकि क्षेत्र बिजली खरीदने वाले उपभोगत्ताओ को किसी भी प्रकार की समस्या से जूझना न पड़े परंतु जिम्मेदार सब स्टेशन के कर्मचारियों द्वारा समय रहते खराबी या क्षती ग्रस्त कनेक्शन में सुधार ना कर पाना विभाग की विफलता को दर्शाता है व मेंटेंशन के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति किया जाता है, जिसका खामियाजा उपभोगत्ताओं को भुगतना पड़ता है, नतीजा हल्की हवा होने पर भी कनेक्शन का टूटना बरसात के सीजनों में तूफानों से पेड़ों का टूट कर विद्युत सप्लाई तारों पर गिर जाना जबकि इन सभी चीजों के लिए ही मेंटेन्स की राशि सब स्टेशन को दिया जाता है फिर भी अपने गैर जिम्मेदाराना रवये से बाज ना आकर मेंटेनेस की राशि गबन करने के इरादे से स्थिति गंभीर होने पर ही विभागीय अधिकारियों द्वारा ध्यान दिया जाता है।
भिसड़ गर्मी के दिनों में बिजली के आंख मिचौली से क्षेत्रवासियों में रोष व्याप्त देखने को मिल रहा है। जैजैपुर सब स्टेशन से वितरण होने वाली ग्रामीण इलाकों की बिजली सप्लाई आए दिन खराब हो जाया करता है, हल्की हवा चलने पर भी ग्रामीण अंचलों का बिजली मनमाने तरीके से विद्युत विभाग द्वारा बंद कर दिया जाता है। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ताओं में अक्रोश देखा जा रहा है।
आपको बता दे बीते 20/05/2024 दिन सोमवार को बिजली विभाग जैजैपुर द्वारा मेंटेन्स के नाम पर पेड़ काटने के नाम पर ओडेकेरा सर्कल का बिजली सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक कटा गया था। ऐसे ही आए दिन ओवरर्लोडिंग और मेंटेनेस का काम समय समय में चलता रहता है उसके बौजुद बिजली कटौती की परेशानी से छुटकारा नही मिल पा रहा है, ग्रामीणों ने बताया कि जैजैपुर सबस्टेशन की बिजली कटौती से क्षेत्र भर के आम नागरिक परेशान है, बिना मौसम खराब हुए भी घंटों बिजली काट दिया जाता है बिना किसी वजह के और ओवरलोडिंग सेट करने के नाम पर भी ग्रामीण इलाकों का बिजली कटौती किया जाता है। मौसम खराब होने पर अगर कही कनेक्शन टूट जाता है तो 24 से भी अधिक का समय कनेक्शन का फॉल्ट ढूंढने और ठीक करने में लगा दिया जाता है।
यही नहीं सब से खास बात बिजली विभाग का ये है की कुछ गांव ऐसे भी है जहां आए दिन बिजली की खराबी पाई जाती है चाहे दर्जनों बार खराबी सुधार क्यू ना की गई हो या यू भी कहा जा सकता है की बिजली विभाग के जिम्मेदारों को वें गांव भा सा गया हो। दरसल हम बात कर रहे है जैजैपुर क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों की जहां हल्की हवा से भी इलाकों का बिजली कट कर दिया जाता है, जैसे ओडे़केरा, बहेराडीह, छिर्राडीह, कुटराबोड़, हरिनाचकर, यह सब गांव लगता है बिजली कटौती के मामले में बिजली विभाग के पसंदीदा लिस्ट में सामिल है। इन सभी गांव के ग्रामीणों ने बताया कि चाहे बरसात के सीजन में बारिश हो या न हो हवे के झोकों से भी बिजली काट दी जाती है, गर्मी के सीजन में भी न दिन चैन मिल पाता है ना रात में सुखिन इन सभी गांवों के नागरिकों को बिजली की भरी समस्यों का सामना करना पड़ता है। बिजली बिल की राशि समय से चुकाने के बाद भी यहां के उपभोगत्ताओं को 24 घंटे बिलजी प्राप्त नहीं हो पाती। मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीणों का कहना है की 24 घंटों में मुस्किल से उन्हें 15 घंटा ही बिजली मिल पाता है बाकी कटौती में ही चला जाता है।
बात यहीं खतम नहीं नहीं होती 24/05/2024 दिन शुक्रवार को भी जैजैपुर क्षेत्र की बिजली बंद कर पेड़ कटाई और मेंटेनेस के नाम पर 10 बजे से लेकर 2 बाते तक क्षेत्र भर की बिजली सप्लाई बंद कर भीषण गर्मी में उपभोग्ताओ को मजबूर कर दिया गया।
बिजली विभाग की कटौती के बारे में ग्रामीणों ने एक और बता बताई की आज कल पिछले 15, 20 दिन से सुबह 07 बजे से 8.30 के बीच रोजाना बिजली की बेवजह कटौती की जा रही जिससे लेकर उपभोगत्ता अचंभित है,बिना बिजली विभाग के अधिसूचना जारी किए भी बिजली घंटों तक काट दिया जाता है जिससे लेकर क्षेत्रवासी में रोष व्याप्त होते जा रहा है। पिछले साल जैजैपुर बिजली विभाग की इसी मनमानी के कारण क्षेत्र कुछ गांव के ग्रामीणों ने आधी रात को जैजैपुर सब स्टेशन के दफ्तर पहुंच कर हंगामा मचाते हुए विद्युत विभाग के कर्मचारियों के प्रति भरी अक्रोशित्त विवाद की स्थिति निर्मित हुवा था, जहां स्थानीय पुलीस प्रशासन की मदद से ग्रामीणों के आक्रोश को काबू में ला कर ग्रामीणों के अक्रोषित स्थिति को सामान्य किया गया था। फिर से अब ऐसे ही स्थिति निर्मित ना हो उसके लिए बिजली विभाग को और सुधार करने की आवश्यकता है।