राकेश नायक ,ट्रैक सीजी न्यूज, विशेष संवाददाता ,गुजरात
साबरकांठा जिले में बाढ़ और अन्य खतरों की पूर्व तैयारी के तहत, जिला कलेक्टर नैमेश दवे की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय में प्री-मानसून योजना पर एक बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में कलेक्टर ने जिले में मानसून के दौरान होने वाली सभी घटनाओं का विवरण तुरंत उपलब्ध कराने के लिए अग्रिम व्यवस्था करने को कहा, साथ ही तालुका स्तर पर एक नियंत्रण कक्ष कार्य करेगा.
कलेक्टर ने कहा कि जिले में प्रत्येक तालुक की तालुका आपदा प्रबंधन योजना मामलातदार के माध्यम से, शहरी क्षेत्र की सीटी आपदा प्रबंधन योजना मुख्य अधिकारी के माध्यम से और ग्राम आपदा प्रबंधन योजना टीडीओ के माध्यम से बनाई जाएगी। जिसमें जिले के प्रत्येक विभाग के लिए आपदा योजना तैयार करने पर जोर दिया गया. पथ निर्माण विभाग को बरसात से पहले नदी, नहर और सड़क की मरम्मत का काम पूरा कर लेना चाहिए.
बैठक के दौरान सड़क एवं भवन विभाग और सिंचाई विभाग को कॉजवे पर गहराई बताने वाला बोर्ड लगाने, होडिग्स हटाने, बिजली पोल की जांच करने को कहा गया. इस बात पर जोर दिया गया कि प्रत्येक नगर पालिका के फायर ब्रिगेड द्वारा आपातकालीन प्रतिक्रियाकर्ताओं के साथ एक त्वरित प्रतिक्रिया टीम का गठन किया जाना चाहिए।
जिले के नदी किनारे के गांवों और डिपो पर विशेष व्यवस्था करने के लिए तैराकों की सूची तैयार करें, प्रत्येक गांव के 10 व्यक्तियों की संपर्क सूची तैयार करें, गांव के तालाबों की स्थिति-मरम्मत, तटबंधों का निर्माण, बिजली आपूर्ति दुरुस्त रहे, स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त रहें. समय पर उपकरण विवरण सहित सभी जानकारी उपलब्ध होना आवश्यक समझा गया।
इस बैठक में प्रत्येक विभाग की प्री-मानसून कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की गई.
इस बैठक में निवासी अतिरिक्त कलेक्टर कृष्ण वाघेला, उप जिला विकास अधिकारी, मामलातदार, तालुका विकास अधिकारी, मुख्य अधिकारी और अन्य प्रवर्तन अधिकारी उपस्थित थे।