कलेक्टर ने दैहानडीह और कोयलारी में घर-घर सर्वे करने स्वास्थ्य अमलों के साथ बीएससी नर्सिंग के स्टूडेंट्स की लगाई ड्यूटी
कलेक्टर ने दैहानडीह और कोयलारी के अस्थाई कैंप में पर्याप्त दवाईयां रखने के दिए निर्देश
घर-घर पहुंचाई जा रही है ओआरएस घोल की पैकेट और आवश्यक उपचार योग्य दवाइयां
कलेक्टर ने अस्थाई स्वास्थ्य केन्द्र में 24 घंटे डॉक्टर, स्टॉफ नर्स सहित स्वास्थ्य अमला को ड्यूटी के साथ अलर्ट रहने के निर्देश दिए
रोहित चंद्रवंशी, दैनिक ट्रैक सीजी/कवर्धा। कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम कोयलारी और दैहानडीह में फैली डायरिया सहित जल जनित बिमारियों के रोकथाम और प्रभावी नियंत्रण का कार्य जारी है। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने इन दोनो ग्रामों सहित आसपास के क्षेत्रों में भी जल जनित एवं मौसमी बिमारियों पर कड़ी मॉनिटरिंग करने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल राज, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता जी.पी. गौड़ और जनपद सीईओ को आवश्यक निर्देश दिए है। कलेक्टर ने ग्राम दैहानडीह और कोयलारी में उल्टी, दस्त से पीड़ित मरीजों की कांउसलिंग के लिए स्वास्थ्य अमलों के साथ कवर्धा के शासकीय नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों की ड्यूटी लगाकर घर-घर पहुंचकर सर्वे करने के निर्देश दिए है। उन्होंन ग्राम दैहानडीह और कोयलारी के अस्थाई कैंप में पर्याप्त दवाईयां रखने और अस्थाई स्वास्थ्य केन्द्र में 24 घंटे डॉक्टर, स्टॉफ नर्स सहित स्वास्थ्य अमला को ड्यूटी के साथ अलर्ट रहने के निर्देश दिए है।
ग्राम कोयलारी और दैहानडीह की डायरिया और जल जनित बिमारियों की रोकथाम के लिए प्रशासन हाई अलर्ट है। कलेक्टर महोबे ने आज सुबह जिला अस्पताल पहुंचकर ग्राम दैहानडीह उल्टी दस्त के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य उपचार के लिए लाए गए सभी का हाल-चाल जाना और उनके स्वास्थ्य सुधार की पूरी जानकारी ली। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान दैहानडीह और कोयलारी में डायरिया के प्रभावी नियंत्रण और उल्टी, दस्त से पीड़ित अन्य मरीजों की जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरन कलेक्टर जनमेजय महोबे ने जिला अस्पताल निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ. केशव धु्रव, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सलिल मिश्रा से चर्चा कर दैहानडीह से आए मरीजों के स्वास्थ्य सुधार की पूरी जानकारी ली। उन्होंने मरीजों के उपचार में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं करने के निर्देश दिए। यहां बताया गया कि ग्राम दैहानडीह से उल्टी, दस्त के 12 मरीज भर्ती है। कलेक्टर ने मरीजों और उनके परिजनों से ग्राम में पीने के पानी के जल स्त्रोत और साफ-सफाई सहित अन्य विषय पर पूरी जानकारी ली।
कोयलारी में स्थिति सुधार की ओर, पिछले दो दिनों में एक भी नए मरीज नहीं
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने ग्राम कोयलारी में डायरिया के रोकथाम और नियंत्रण की पूरी जानकारी ली। कलेक्टर ने खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय खरसन से स्वास्थ्य सुधार की पूरी रिपोर्ट की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा सार्वजनिक जल स्त्रोतों कुआं, पावर पंप, हैंड पंप के जल परीक्षण और उनकी रिपोर्ट की जानकारी ली। कलेक्टर ने स्वास्थ्य और पीएचई के अमलों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पीएचई के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि जिन-जिन कुंओं के जल टेंस्टिंग के बाद जीवाणु संदुषण मिले है और उपचार के दौरान उन कुंओं की जल को ब्लीचिंग घोल तथा क्लोरिनेशन का कार्य किया गया है उन जल स्त्रोंतों पर भी सतत मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए है।
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय खरसन ने बताया कि कोयलारी में स्थिति में काफी सुधार आया हैं। पिछले दो दिनों से कोयलारी में उल्टी, दस्त अथवा डायरिया से पीड़ित एक भी नए मरीज नहीं मिले है। कलेक्टर के निर्देश पर स्वास्थ्य, पंचायत अमलों के साथ घर-घर सर्वे का कार्य किया जा रहा है। घरों में उपचार के दौरान लोगों को पानी को उबालकर एवं उन्हें ठंडा कर पीने की समझाईश दी जा रही है। जिन-जिन घरों में उल्टी, दस्त के मरीज पाएं गए थे, उन सभी घरों में ओआरएस के घोल सहित आवश्यक दवांईयां भी दी जा रही है।
सार्वजनिक जल स्त्रोत कुआं, हैंडपंप, पावर पंपों में ब्लीचिंग और क्लोरिनेशन का कार्य जारी
कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश के बाद कोयलारी और दैहानडीह के सार्वजनिक जल स्त्रोत कुआं, हैंडपंप, पावर पंप, सोलर पंप सहित निजी पंपों के जल के नमूने लेने और टेस्टिंग सहित जल स्त्रोंतों के जलों का ब्लीचिंग और क्लोरिनेशन का कार्य किया जा रहा है। स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता जी.पी. गौड़ ने बताया कि ग्राम कोयलारी में 149 जल स्त्रोंतों के सैंपल लिए गए है। जिनमें से 97 कुआं, 25 हैंडपंप, 27 पावर पंप के सैंपल शामिल है। उन सभी जल स्त्रोंतों के आसपास की साफ-सफाई और जल स्त्रोंतों का ब्लीचिंग और क्लोरिनेशन का कार्य जारी है। 22 कुंओं और पावर पंप के 03 सैंपल जल टेंस्टिंग के बाद जीवाणु संदुषण पाया गया था। जिसके निवारण के लिए ब्लीचिंग और क्लोरिनेशन का कार्य किया गया है। जल जनित बिमारियों के रोकथाम के लिए उन जल स्त्रोंतों के उपयोग के लिए फिलहाल प्रतिबंध लगाया गया है। गांव में जल प्रदाय योजना और विभागीय हैंडपंपों से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इसी प्रकार दैहानडीह के सभी सार्वजनिक जल स्त्रोतों का सैंपल लिया गया है। उन स्त्रोंतों का ब्लीचिंग और क्लोरिनेशन का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणों को पानी को उबालकर पीने के लिए आग्रह किया जा रहा है।