10 वीं और 12 वीं बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम में शासकीय स्कूलों के बच्चों ने बाजी मारी,निजी और ज्यादा खर्चीली शिक्षण संस्थाओं को पीछे छोड़ा
भिलाई (सीजी एसपी न्यूज/सतीश पारख) दो दिन पूर्व ही प्रदेश में दसवीं बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट घोषित हुवे है जिसमे 10 वीं के टॉप 10 लिस्ट में कुल 59 छात्रों में से
21 “आत्मानंद स्कूल”, ● 13 “शासकीय स्कुल”, ● 8 “प्रयास स्कूल” और ● 1 “एकलब्य स्कूल” से
सबको योग करने पर कुल 43 सरकारी स्कूल से और शेष बाकी 16 प्राइवेट स्कूल से है
वहीं 12 वीं बोर्ड के घोषित परिणामों में टॉप 10 की लिस्ट में कुल 20 छात्रों में से ● 8 आत्मानंद स्कूल से और
● 7 शासकीय स्कूल से है जिन्होंने स्थान बनाया है। सबको योग करने से 15 सरकारी स्कूल से और शेष बचे 5 प्राइवेट स्कूल से है।
प्रतिशत में रिजल्ट देखें तो शासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों ने 73.41% स्थान प्राप्त किया है । जिस पर अंदाज लगाया जा सकता है की प्रदेश के सरकारी स्कूल के शिक्षकों के शिक्षा और बच्चों के अध्यापन का स्तर क्या है । ये सभी बच्चे बधाई के पात्र हैं जिन्होंने बड़े बड़े बैनर की निजी स्कूलों को आइना दिखाया है और साबित किया है की पढ़ाई किसी धन की मोहताज नहीं ।मैं ऐसे बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। मुझे भी आज गर्व हो रहा है की मै भी एक सरकारी स्कूल का विद्यार्थी रहा हूँ।
परीक्षाओं के इस रिजल्ट को देखते हुवे मेरा अभिभावकों से आग्रह है की
यूं ही नहीं किसी की,बेवजह बड़ाई होती है
दृढ़ इच्छाशक्ति और लगन, सफलता की दवाई होती है
अजी ! भेजिए तो रोज बच्चों को स्कूल और घर मे पढ़ने को कहिए
कौन कहता है कि
सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती।
कोई बच्चे ये ना समझे की वो शासकीय स्कूल में पढ़कर आगे नही बढ़ सकते,कोई पालक यह ना सोचे कि बडी बडी निजी शिक्षण संस्थाओं में पढ़ने पर ही उनके बच्चों का भविष्य उज्ज्वल है।क्योंकि संस्था सरकारी हो या निजी,, पुत के पांव पालने में ही नजर आते है।