तिल्दा नेवरा मिशन क्लीन सिटी और
स्वच्छता नाम पर लाखों के वारेन्यारे
तिल्दा नेवरा ट्रैक सीजी न्यूज़ रिपोर्टर शेखर यदु
तिल्दा नेवरा नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत नगर पालिका के द्वारा मिशन क्लीन सिटी के तहत बनाए गए कचरा सेंटर में ना तो गिला और सूखा कचरा को रखने की व्यवस्था है ना ही वहां पर ऐसा कोई भी कचरे का प्रोसेसिंग किया जाता है जिससे गिला और सूखा कचरा को अलग किया जा सके शहर की गंदगी को ले जाकर के परसाद रोड पर फेंक दिया जाता है जिससे वहां घूम रहे पशुओं को हानि होती है इस कचरे की कीमत उन बेजुबान जानवरों को अपनी जान से चुकाना पड़ता है कुछ खाने के लालच में सैकड़ो की तादाद में वहां पर गायों को देखा जा सकता है जो तिल्दा नेवरा शहर की गंदगी और झिल्ली को खा रही होती है अगर इन सबको व्यवस्थित करने का नगर पालिका के पास कोई व्यवस्था नहीं है तो मिशन क्लीन सिटी स्वच्छ भारत के नाम पर लाखों रुपए का जो खेल खेला जाता है वह आखिर किसके जेब में जाता है शहर में जहां देखो कहां कचरे की अंबार लगी होती है तिल्दा के ओवर ब्रिज के पास तो गंदगी और बदबू आम बात हो गई है इसी ओवर ब्रिज से होकर शहर के अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार रोज अपना कार्यालय जाते हैं नगर के राजनेताओं को भी इसी रास्ते से होकर गुजरना होता है लेकिन आज तक ना तो कोई नेता और अधिकारी इस ध्यान दिए हैं शहर में सफाई के नाम पर सिर्फ और सिर्फ ढिंढोरा पीटा जाता है सफाई कागजों पर ही दिखाई देती है ना कि शहर में विगत कुछ वर्षों से शहर का यह आलम है कि ना तो कोई सफाई पर नगर पालिका के अधिकारी और न शहर के नेता का जिनको जनता बड़ी उम्मीद के साथ चुनकर भेजी है कि शहर का कुछ उद्धार होगा लेकिन सत्ता पाने के बाद सत्ता के नशे में मदमस्त होकर नागरहित को भूल गए हैं, शहर के जनता को ना तो धूल से मुक्ति मिल रही है और ना पीने के लिए साफ पानी मिल रहा है जिस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है सफाई के नाम पर टैक्स के रूप में पैसा लेकर तिल्दा नेवरा नगर के नागरिकों छलने का काम किया जा रहा है