त्रिभुवन ने कहा बाबा साहेब ने शोषित, पीड़ीत एवं दलित समाज का विकास कर अधिकारों के प्रति किया सजग
जयंती पर किया अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण
महासमुंद ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर/सविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती राशि त्रिभुवन महिलांग और पूर्व नपा उपाध्यक्ष त्रिभुवन महिलांग ने समाजजनों के साथ तुमगांव चौक स्थित अम्बेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान नपाध्यक्ष श्रीमती राशि त्रिभुवन महिलांग ने उन्हें याद करते हुए कहा कि बाबा अम्बेडकर ने कहा था कि शिक्षा सभी के लिए समान रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने सभी के लिए समान शिक्षा के अवसरों पर जोर दिया। विद्यार्थी की पहचान ज्ञान से होती है, फिर चाहे उनकी जाति, धर्म, या आर्थिक स्थिति कुछ भी हो। शिक्षा एक ऐसा साधन है, जो लोगों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाता है। पूर्व नपा उपाध्यक्ष त्रिभुवन महिलांग ने बाबा के संदेशों और विचारों को याद करते हुए कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर का दृष्टिकोण, उनकी विचारधारा मानववादी रही है। उनका उदेश्य शोषित, पीड़ीत एवं दलित समाज का विकास करना एवं उन्हें उनके मानव अधिकारों से सजग कराना एवं मानवीय अधिकार दिलाना था। उनके चिन्तन में स्वतंत्रता, समानता, बंधुता व न्याय के दर्शन होते है। इस दौरान छत्तीसगढ़ सतनामी मुक्ति केंद्र के जिला अध्यक्ष सत्यनंद जेन्द्रे, जिला कोषाध्यक्ष पवन ढ़ीढ़ी, श्याम लाल मन्नाडे, शंकर लाल सोनी, भुनेश्वर मार्कण्डेय. संतोष मार्कण्डेय, नरेन्द्र ढ़ीढ़ी, गुलाब साय, अरविन्द प्रहरे, महेंद्र कोसरिया, हीरा जोगी, नीतू रानी बांधे, भाग चंद चतुर्वेदी, अनिल ढ़ीढ़ी और प्रकाश टण्डन प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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