भोपालपटनम ट्रैक सीजी ब्लॉक प्रतिनिधि 20 मार्च
ग्राम भद्रकाली से मां भद्रकाली का भव्य छत्र शोभायात्रा बाजा गाजा एवम लोकल नृत्य के साथ फाल्गुन मड़ई दंतेवाड़ा के लिए दिनांक 20/03/2024 दिन बुधवार को प्रातः 08 बजे ग्राम भद्रकाली मंदिर से शोभायात्रा प्रारंभ होकर 12 बजे भोपालपटनम नगर में आगमन हुआ। इस अवसर पर नगर के श्रद्धालु भक्तगण जगह-जगह माता जी का आरती श्रीफल फूल मालाओं के साथ भव्य स्वागत एवम पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। शोभायात्रा शिव मंदिर पहुंचते ही शिव मंदिर समिति द्वारा माता जी का भव्य स्वागत किया गया। ग्राम केसाईगुडा में भोजन उपरान्त ग्राम मद्देड होते हुए जिला बीजापुर शाम 5:00 बजे पहुंच कर रात्रि विश्राम किया जाएगा। दूसरे दिन दिनांक 21 / 03./ 24 को प्रातः 8:00 बजे बीजापुर से माई जी का छत्र शोभायात्रा दंतेवाड़ा के लिए प्रस्थान होगा ,दोपहर 12:00 बजे भैरमगढ़ आगमन होगा , सायं 5:00 बजे दंतेवाड़ा में माता जी प्रदार्पण होगा। इस दरमियान माताजी दंतेवाड़ा में होने वाले फाल्गुन मड़ाई में देवी देवताओं के साथ माता जी का भी मिलन होगा। और दिनांक 28 / 03 /2024 को आयोजित फाल्गुन मड़ाई के बाद माताजी का विदाई होगी। इतिहासकारों के अनुसार 13वीं शताब्दी के बाद पहली बार मां भद्रकाली अपने ही प्रति स्वरूप मां दंतेश्वरी से मिलने फाल्गुन मड़ई दंतेवाड़ा में छत्र रूप में शामिल होने जा रही हैं। 13वीं शताब्दी (1321_1323 ईस्वी) में संपूर्ण बस्तर में काकतीय वंश के संस्थापक राजा अन्नम देव के बड़े भाई राजा प्रताप रूद्र देव के द्वारा गोदावरी नदी के गौतम कुंड में पारस मणि डालकर भद्रकाली पहाड़ी पर विश्राम कर मां भद्रकाली की स्थापना की। वही मां भद्रकाली दंतेवाड़ा जाकर मां दंतेश्वरी बन गई, इतिहास में 900 साल बाद फाल्गुन मड़ाई दंतेवाड़ा में माता के प्रति स्वरूपों का अद्वितीय मिलन होने जा रहा है। इस पावन पुनीत अवसर पर क्षेत्र के अधिक से अधिक श्रद्धालु भक्तगण इस शोभायात्रा में शामिल होकर माताजी का आशीर्वाद प्राप्त करें इस शोभायात्रा के साथ गुमरगुंडा आश्रम के स्वामी प्रेम स्वरूपानंद सरस्वती स्वयं इस भव्य शोभायात्रा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।और भद्रकाली मंदिर के पुजारीगण और क्षेत्र के श्रद्धालु भक्तगण भी इस मेला मड़ाई में शामिल होने माता जी के साथ प्रस्थान हुए हैं।