शशी रंजन सिंह, सूरजपुर/बिश्रामपुर. (ट्रैक सी.जी. जिला ब्यूरो चीफ)
:– कोल कर्मियों को लेकर गुरुवार को प्रथम पाली हेतु अमेरा खदान जा रही बस अंबिकापुर सांड़बार बेरियर के पास स्थित पेट्रोल पंप के समीप विपरीत दिशा से आ रही ट्रक से टकरा गई। दुर्घटना में बस में सवार 2 कोलकर्मियो को गंभीर चोटें आई हं। वहीं पांच लोगों को सामान्य चोट आई है। सभी घायलों को केंद्रीय चिकित्सालय बिश्रामपुर में उपचार हेतु भर्ती करा दिया गया है। गंभीर रूप से घायल सीनियर ओवर मैन अरुण पांडेय व जनरल मजदूर तौफीक रजा को बेहतर उपचार के लिए अंबिकापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर हादसे के बाद कोलकर्मियों ने ट्रक चालक की पिटाई कर दी।एसईसीएल से अनुबंधित बस क्रमांक सीजी 15 डी एक्स 1915 रोजाना की तरह गुरुवार को प्रथम पाली के कोल कर्मचारियों को बिश्रामपुर से लेकर अमेरा खदान जा रही थी।तभी अंबिकापुर-बिलासपुर मुख्य मार्ग पर मणिपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सांड़बार बेरियर के पास रायपुर से सब्जी लोड कर अंबिकापुर की ओर जा रहे ट्रक क्रमांक यूपी 53 एचटी 7302 के चालक ने तेज व लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए कोलकर्मियों की बस को विपरीत दिशा से टक्कर मार दी।प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ट्रक चालक को अचानक झपकी आने से उक्त दुर्घटना हुई। घटना में बस व ट्रक चालक को भी चोटें आई हैं। बस में करीब 17 लोग सवार थे।गंभीर रूप से घायल दो कोलकर्मी अरुण पांडेय व तौफीक रजा का अंबिकापुर के निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है, जबकि हल्की चोट वाले कोलकर्मियो को केंद्रीय अस्पताल बिश्रामपुर में प्राथमिक उपचार पश्चात छुट्टी दे दी गईकोल कर्मियों की बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना पर भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के महामंत्री सुजीत सिंह, संघ के क्षेत्रीय आईआर प्रभारी राजेश सिंह ने केंद्रीय अस्पताल पहुंचकर घायल कोल कर्मचारियों का कुशल क्षेम जाना। बताया जा रहा है कि दुर्घटना उपरांत बस में सवार कोल कर्मियों द्वारा ट्रक चालक की जमकर पिटाई भी की गई है।निविदा का नहीं किया जा रहा पालनश्रमिक संघ के राजेश सिंह ने आरोप लगाया है कि बस ठेकेदार निविदा शर्तों का पालन नहीं कर रहा है। दिन भर में तीनों शिफ्ट के लिए एक ही ड्राइवर से पूरे दिन गाड़ी चलवाई जा रही है। साथ ही निविदा में अल्टरनेटिव व्यवस्था देनी है जैसे बस ब्रेक डाउनलता है तो ठेकेदार दूसरी बस उपलब्ध नहीं कराता है।ऐसे में कोल कर्मियों को अपने साधन अथवा कंपनी के बोलेरो अथवा दूसरी वाहनों से खदान लाया व ले जाया जाता है। ऐसे में खासी असुविधा की स्थिति निर्मित होती है। उन्होंने जवाबदार अधिकारियों से मामले की जांच कार्यवाही की मांग की है।