उतई *(ट्रेक सीजी न्यूज/सतीश पारख)
शासकीय दानवीर तुलाराम स्नातकोत्तर माहाविद्यालय उतई, के वनस्पति शास्त्र विभाग के द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2024 के उपलक्ष्य में विज्ञान दिवस सप्ताह का आयोजन किया गया। इस बार के विज्ञान दिवस का विषय ’’स्वदेशी तकनीक और विकसित भारत’’ रखा गया था। दिनांक 28 फरवरी 2024 को कार्यक्रम का उद्घाटन क्षेत्रीय अपर संचालक दुर्ग संभाग एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेश पांडे द्वारा किया गया। प्रथम दिवस स्नातकोत्तर वनस्पति शास्त्र के विद्यार्थीयों ने विषय पर संक्षिप्त व्याख्यान दिया। इसके अलावा पोस्टर, श्लोगन, कविता पाठ, प्रश्नमंच, रंगोली प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई। क्रार्यक्रम का समापन 5 मार्च 2024 को सम्पन्न हुआ इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुवे डॉ. राजेश पांडे ने कहा आज जितने भी विकसित राष्ट्र है वे स्वदेशी तकनीक इस्तेमाल करके ही आगे बढ़े है। हमारे देश में भी आजकल स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देने के प्रयास निरंतर चल रहे है। और इस क्रम में भारत स्वदेशी तकनीक पर आधारित चन्द्रयान मिशन, आदित्य-स् मिशन, एवं लड़ाकू विमान -तेजस तथा कोविड महामारी के दौरान को-वैक्सिन का विकास किया। उन्होने स्वदेशी तकनीक के ज्यादा से ज्यादा विकास करन पर निरंतर बल दिये जाने की आवश्यकता बताई जिससे भारत में विज्ञान एवं तकनीक का भविष्य उज्जवल होगा। इस अवसर. पर कार्यक्रम के वक्ता डॉ. सियाराम शर्मा ने कहा कि ’’जब से मानवीय सभ्यता का विकास हुआ है तब से मनुष्य निरंतर तकनीक का विकास कर रहा है। किसी भी समाज या राष्ट्र को विकास की चालक शक्ति तकनीक ही होती है।’’ सिन्धु घाटी की सभ्यता से लेकर वर्तमान समय पर भारत में कई स्वदेशी तकनीको का समय-समय पर विकास हुआ है। इसके प्रमाण इतिहास में उपलब्ध है। कार्यक्रम का समापन आभार ज्ञापित करते हुए वनस्पति शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. अवधेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विद्यार्थीयों को सदैव नवाचार से नये अनुसंधान की ओर अग्रसर रहना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन – श्री-विनिता स्नातकोत्तर अंतिम की छात्रा ने किया। लिलेश, बिंदु, मधु, प्रशांत, देवीका, निशा, सुमन, दिशा मुरारी, भुनेश्वरी, अलका, जान्हवी, निगम, अनिता, मनीषा आदि की इस समस्त आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका रही।