शशी रंजन सिंह*सूरजपुर (ट्रैक सी.जी. जिला ब्यूरो चीफ)
:– आंखों के गंभीर रोग ग्लूकोमा जिसे हम काला मोतियाबिंद कहते हैं यह आंखों पर साइलेंट साइट किलर के तौर पर जाना जाता है। इसके शुरुआती लक्षण दिखने पर लोग नजरअंदाज कर देते हैं । ग्लूकोमा का उपचार केवल सर्जरी से संभव है। कभी-कभी आंख की रोशनी भी चली जाती है। जागरूकता लाने के लिए हर वर्ष 12 से 18 मार्च तक विश्व ग्लूकोमा सप्ताह का आयोजन किया जाता है जिसमें 40 वर्ष से अधिक मरीज के आंखो का प्रेशर जांच किया जाता है। इसी तारतम्य में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बसदेई में विश्व ग्लूकोमा सप्ताह का शुरुआत किया गया। यह कार्यक्रम लगातार आज से 18 मार्च तक चलाई जाएगी । उन सभी 40 वर्ष से अधिक व्यक्तियों का नेत्र परीक्षण कर आवश्यक इलाज किया जाएगा एवं बेहतर इलाज हेतु जिला अस्पताल रेफर किया जाएगा आज ग्लूकोमा के प्रति जागरूकता के लिए हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बसदेई में ग्लूकोमा सप्ताह के अवसर में नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित किया गया जिसमे नेत्र सहायक अधिकारी मारुति नंदन चक्रधारी जी के द्वारा 25 मरीजों का जांच कर आवश्यक दवाई, सुझाव एवं निःशुल्क चश्मा वितरण किया गया। इस अवसर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मीना सोनी आर.एम.ए.ब्रिज लाल पटेल, स्टाफ नर्स शुमेश्वरी राजवाड़े, फार्मासिस्ट मनीष दीपक साहू, आर. एच. ओ. अन्नू चक्रधारी, आरती झरिया, मोहर लाल मिर्रे एवं सभी हॉस्पिटल स्टाफ व आम जनता उपस्थित थे।