बीजापुर। सर्व आदिवासी समाज के जिला इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तलांडी के विधानसभा चुनाव में सक्रिय भागीदारी के बाद की गई बर्खास्तगी के बाद से बीजापुर कार्यकारणी के पुनर्गठन की कवायद जारी थी। लगातार बैठकों के बाद रविवार को संभागीय अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर, गंगाराम नाग, तुलसी ठाकुर के मार्गदर्शन में जिला इकाई के पदाधिकारियों का मनोनयन किया गया। इसके पूर्व 4 फरवरी को हुए अध्यक्ष चयन प्रक्रिया को अवैध घोषित करते हुए उसे निरस्त कर दिया गया और नए सिरे से कार्यकारणी और अध्यक्ष का चयन किया गया।जिसमे सामान्य प्रभाग के अध्यक्ष जग्गू तेलामी, सचिव कमलेश पैंकरा, उपाध्यक्ष सीएस नेताम भैरमगढ़, अनिल पामभोई भोपालपट्टनम, लखमू मिच्चा कुटरू, पाकलू तेलम बीजापुर, पीआर भगत कोषध्यक्ष, सह सचिव रजत कुजूर, प्रवक्ता सालिक नागवंशी, प्रवक्ता बलराम मिंज, संरक्षक अल्वा मदनैया, तेलम बोरैय्या, मोहन सिंह परते, भावसिंह भास्कर, मिच्चा मुतैया एवं विधि सलाहकार अधिवक्ता लक्ष्मीनारायण गोटा चुने गए।युवा प्रभाग में कुंवर सिंह मज्जी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष राजनाथ भगत, जुलियस तिर्की, कामेश्वर मडे, मंगू लेकम एवं सचिव संतोष गिलगिच्चा चुने गए। महिला प्रभाग में अध्यक्ष सुखमती हपका, उपाध्यक्ष माधुरी लकड़ा, ममता नाग एवं करुणा कुडियम सचिव चुने गए।बैठक में बीजापुर जिले के भैरमगढ़, कुटरू, बीजापुर, गंगालूर, भोपालपट्टनम, उसूर इलाके में निवासरत आदिवासी समुदाय के गोंड, मुरिया, भतरा, दोरला, हल्बा, धुर्वा, कंवर, उरांव, कुडुख उरांव समाज के पदाधिकारी और प्रतिनिधि शामिल थे। सभी नव निर्वाचित पदाधिकारियों को आगामी 2 मार्च को गोंडवाना भवन मुसालूर चौक में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी।नव निर्वाचित पदाधिकारियों और समाज प्रमुखों को संबोधित करते हुए संभागीय अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर ने कहा कि सामाजिक एकजुटता के लिए संगठन में कार्यकारणी के माध्यम से कार्य विभाजन के बाद भी सभी की जवाबदेही जरूरी है। नव गठित टीम को बधाई देते उन्होंने कहा कि आदिवासियों के विभिन्न समुदाय के सर्वांगीण विकास के लिए आर्थिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक पारंपरिक रूढ़ी प्रथा परंपराओं का संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है।
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