जिले के ड्रग कंट्रोलर व ड्रग इंस्पेक्टर भी हुए बैठक में शामिल, नारकोटिक दवाओ, इंजेक्शन, सिरप व टेबलेट के विक्रय व स्टॉक पर बेहतर नियंत्रण को लेकर दिए निर्देश। महासमुंद ट्रैक श्री गौरव चंद्राकर
पुलिस कंट्रोल रूम महासमुंद में महासमुन्द ब्लॉक के सभी मेडिकल दवाई दुकान संचालकों ड्रग कंट्रोलर ड्रग इंस्पेक्टर और जिला प्रशासन की उपस्थिति में नशीली दवाएं बिक्री पर प्रतिबंध लगाये जाने हेतु बैठक आयोजित कर दिशा निर्देश दिया गया.ASP आकाश राव व SDM उमेश साहू ने उक्त बैठक में युवाओं में बढ़ रही नशेखोरी की लत तथा नशीली दवाओ जैसे टैबलेट सिरप इंजेक्शन के उपयोग तथा समाज में पड़ रहे इसके दुष्प्रभाव को लेकर चर्चा की गई है तथा इसकी रोकथाम हेतु पुलिस प्रशासन औषधि विभाग तथा मेडिकल व्यवासियों के बीच सूचनाओ का साझा किया जाना व बेहतर समन्वय सहयोग की आवश्यकता बनाये रखने के बात कही.इस संबंध में ड्रग कंट्रोलर तृप्ति जैन द्वारा भी इस विषय को लेकर सभी मेडिकल व्यापारियों से सहयोग व समन्वय की अपेक्षा की साथ ही उन्हें नारकोटिक्स दवाइयां को बिना प्रिस्क्रिप्शन के किसी को भी न देने की बात कही तथा इस संबंध में दुकानों में सूचना चस्पा करने हेतु भी निर्देशित किया गया. ऐसे संदिग्ध व्यक्ति या कोई भी नाबालिक बालक जो दुकानों में नशीली दवाइयां की बिना प्रिस्क्रिप्शन मांग करने आते हैं उनकी पहचान सुनिश्चित करना तथा उनके संबंध में तत्काल पुलिस को सूचना देने हेतु भी समन्वय सुनिश्चित किया गया.मेडिकल व्यवसायियों की ओर उनके अध्यक्ष श्री विनोद चंद्राकर द्वारा यह बताया गया की मेडिकल व्यापारी नशीली सामग्रियों के विक्रय अथवा स्टॉक पर बेहतर नियंत्रण रखने के लिए पूर्णता प्रतिबद्ध है तथा नशाखोरी जैसी लत को मिटाने के लिए वह पुलिस व प्रशासन का पूर्ण सहयोग करने के लिए तैयार हैं इस संबंध में जो भी दिशा निर्देश दिए जाएंगे वह उनका पालन व सहयोग करेंगे इस दौरान डीएसपी हेडक्वार्टर श्रीमती सारिका वैद्य, डीसीपी ट्रैफिक घनेंद्र ध्रुव, थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी मोनिका श्याम साइबर प्रभारी संतोष सिंह व ड्रग इंस्पेक्टर तथा मेडिकल संचालकगण एवम प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी मीटिंग में शामिल रहे