साबरकांठा जिले में किशोर टाइप-1 मधुमेह के उपचार एवं रोकथाम हेतु आवश्यक मार्गदर्शन हेतु जिला विकास अधिकारी श्री हर्षद वोरा की अध्यक्षता में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला विकास अधिकारी श्री हर्षद वोरा ने कहा कि पूरे प्रदेश में यह पहला ऐसा कार्यक्रम है जो स्वागत योग्य है। जिले के बच्चों में होने वाली मधुमेह की बीमारी के लिए भविष्य में टीम हेल्थ द्वारा विशेष कार्य कर जन जागरूकता के प्रयास किये जायेंगे। दुनिया भर में एनसीडी (गैर संचारी रोग) का प्रकोप दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। हमारी जीवनशैली और खान-पान की वजह से हमें डायबिटीज और अन्य बीमारियों का शिकार होना पड़ता है। साबरकांठा जिले में इस बीमारी से पीड़ित 52 बच्चों को जीएमईआरएस मेडिकल कॉलेज के मधुमेह विशेषज्ञ डॉ. परीक्षित गोस्वामी और उनकी टीम द्वारा बच्चों और अभिभावकों को मार्गदर्शन दिया गया। उन्होंने बताया कि बच्चे को किस भोजन की अधिक आवश्यकता है, कौन सा भोजन नहीं खाना चाहिए, इंसुलिन कैसे और कितना लेना है, इंसुलिन लेने का सही तरीका भी प्रदर्शित किया गया। बच्चों को मधुमेह के साथ स्वस्थ जीवन जीने के बारे में मार्गदर्शन दिया गया। आज की कार्यशाला में मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. डॉ. राज सुतारिया, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी। केएस चरण और सभी तालुका स्वास्थ्य अधिकारी और चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।
मधुमेह टाइप-1 के उपचार एवं रोकथाम पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया । राकेश नायक ,ट्रैक सीजी न्यूज, विशेष संवाददाता ,गुजरात
Related Posts
Add A Comment