2005 में जनपद पंचायत जैजैपुर में शिक्षाकर्मियों की थोक के भाव में भर्ती हुआ था। जिसमें नियम को ताक में रखकर कई अपात्रों की भर्ती कर दी गई। जिससे हजारों नौकरी पाने के असली हकदार होनहार आज भी बेरोजगार घुम रहे हैं। पैसे के दम पर नौकरी कर रहें अपात्रों की पहचान होने के बाद भी जिला प्रशासन कार्रवाई करने के बजाए साठ-गाठ कर कुंभकर्णी निद्रा में सो गया। जिसके कारण आज भी फर्जी दस्तावेजों के सहारे कई शिक्षक नौकरी कर रहे है। ऐसा ही एक फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी कर रहे शिक्षक की शिकायत पर जांच में अनुभव प्रमाण पत्र कुटरचित होना प्रमाणित होने के बाद भी सक्ती डीईओ द्वारा शिक्षक को अभयदान दिया जा रहा है। आखिर क्यौ अनुभव प्रमाण पत्र कुटरचित होना प्रमाणित होने के बाद कड़ी कर्रावाई करने डीईओ के पसीने छुट रहा है।फर्जी प्रमाण पत्र से मिले 6 अंक के सहारे कर रहा है नौकरी विदित हो कि जनपद पंचायत जैजैपुर द्वारा 2005 में शिक्षाकर्मी वर्ग 3 के रिक्त पदों पर बड़ी संख्या में नियुक्तियां की गई थी। जिसमें लीलाम्बर चंद्रा भी शिक्षाकर्मी के रूप में नियुक्त हुए वर्तमान में शिक्षक लीलाम्बर चंद्रा प्रधान पाठक छपोरा के रूप में पदस्थ है। शिकायतकर्ता ने आरटीआई से प्राप्त दस्तावेजों के सहारे शिक्षक लीलाम्बर चंद्रा के अनुभव प्रमाण पत्र को कुटरचित होने का दावा कर 13 फरवरी 2023 को डीईओ कार्यालय सक्ती में शिकायत किया उक्त शिकायत पर जांच करने अड़भार के प्राचार्य को जिम्म सौपा गया। 17 अप्रैल 2023 को जांच अधिकारी ने समस्त साक्ष्यों की जांच एवं बयान दर्ज कर अपना अभिमत 8 मई 2023 को सक्ती के जिला शिक्षा अधिकारी बीएल खरे को सौपा। दस्तावेजों व साक्ष्यों के आधार जांच अधिकारी ने जांच प्रतिवेदन के बिन्दु क्रमांक 4 व 5 में स्पष्ट रूप से अनुभव प्रमाण पत्र को कुटरचित होने एवं अनुभव प्रमाण पत्र पर गलत तरीके से 6 अंक प्राप्त करना लेख किया गया। साथ ही शिक्षक लीलाम्बर चंद्रा ने जिला शिक्षा अधिकारी बीएल खरे को दिए अपने स्पष्टीकरण में भर्ती के समय अनुभव प्रमाण पत्र शामिल करने से इंकार किया है जिससे प्रधान पाठक लीलाम्बर चंद्रा की नियुक्ती स्वतः अवैध एवं शुन्य हो जाता है फिर भी जिला शिक्षा अधिकारी ने कोई कार्रवाई नही की। ना ही इस के संबंध में किसी वरिष्ठ कार्यालय को प्रतिवेदन भेजा इससे समझा जा सकता है कि शिक्षा विभाग में किस तरह फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर रहे प्रधान पाठक लीलाम्बर चंद्रा को अभयदान दिया जा रहा है।कड़ी कर्रावाई करने डीईओ के छुट रहा पसीने आखिर…?शिकायतकर्ता ने प्रधान पाठक लीलाम्बर चंद्रा पर कुटरचित अनुभव प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी हासिल करने 2 फरवरी 2023 को शिकायत की जिस पर समय रहते जांच भी हुई और शिकायत प्रमाणित भी हुआ पर आज शिकायत के 7 माह बाद भी जिला शिक्षा अधिकारी बीएल खरे की निष्क्रीयता कहे या फिर प्रधान पाठक लीलाम्बर चंद्रा से साठगाठ या कुछ और की अब तक जिला शिक्षा अधिकारी बीएल खरे ने कुटरचित अनुभव प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी कर शासन-प्रशासन को लाखों रूपय की चपत लगाने वाले प्रधान पाठक लीलाम्बर चंद्रा पर काई कार्रवाई नही की। शिकायत मिली थी जांच कराई गई है जिस विद्यालय का अनुभव प्रमाण पत्र संलग्न है वहां से जांच में अनुभव प्रमाण पत्र जारी नही होना पाया गया, जांच प्रतिवेदन में अनुभव प्रमाण पत्र कुटरचित होने का उल्लेख पाया गया है, जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।बीएल खरे डीईओ सक्ती।
फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी करना हुआ प्रमाणित, कार्रवाई करने छुट रहा डीईओ के पसीने।
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