कोतवाली थाना अनूपपुर अंतर्गत बिलासपुर -अनूपपुर रेल खंड के मध्य सेन्दुरी गांव के नजदीक पुराने बंद रेलवे फाटक के पास से साइकिल से रेल लाइन पार कर रहे 52 वर्षीय मजदूर की अज्ञात ट्रेन की ठोकर से मृत्यु होने पर कोतवाली पुलिस द्वारा कार्यवाही की गई इस दौरान परिजनों से संपर्क करने पर परिजनों ने आर्थिक स्थिति ठीक ना होने पर घर ले जा कर अंतिम संस्कार कर पाना संभव न होना बताए जाने पर घटना की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी एवं जिला मुख्यालय के सामाजिक कार्यकर्ता,ग्राम पंचायत के उप सरपंच के द्वारा जिला चिकित्सालय अनूपपुर में मृतक के शव का शव परीक्षण कराने बाद परिजनों के आने पर मुक्तिधाम अनूपपुर में हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया गयाइस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य के मनेन्द्रगढ़ रेलवे में काम करते हुए सेवा निवृत होने के बाद निधन होने पर स्व,रामदास विश्वकर्मा का इकलौता पुत्र संतोष विश्वकर्मा विगत 15-20 वर्षों से कोतवाली थाना अनूपपुर अंतर्गत सेन्दुरी गांव में इधर-उधर रहकर ग्रामीण जनों के घरों में मजदूरी का काम कर आजीविका चला रहा था जिसे ग्राम पंचायत एवं राजस्व विभाग द्वारा कन्या परिसर की पास स्थित शासकीय भूमि का पट्टा दिए जाने पर उसके द्वारा झोपड़ी बनाकर रहता था विगत रात मजदूरी का काम करने बाद अपनी रेंजर साइकिल से बिलासपुर-अनूपपुर रेल खंड के मध्य ग्राम सेन्दुरी के पुराने बंद पड़े छुहिया फाटक को पार कर रहा था तभी अचानक अज्ञात ट्रेन से टकरा जाने पर सिर,पैर एवं शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट लगने से स्थल पर ही मृत हो गया घटना की जानकारी कोतवाली पुलिस को मिलने पर सहायक उप निरीक्षक सुरेंद्र प्रताप सिंह पुलिस दल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक के शव का पंचनामा कर ग्रामीणों की मदद से मृतक के परिजनों से मोबाइल में संपर्क कर सूचना दिए जाने पर परिजनों द्वारा मृतक का अंतिम संस्कार आर्थिक संकटों के कारण घर मनेद्रगढ़ या अन्य जगह ले जाकर करने में असमर्थता व्यक्त की जिस पर परिजनों से चर्चा कर विगत दिनों मृतक के शव का परिजनों की उपस्थिति में पी,एम,कराने बाद सहायक उप निरीक्षक सुरेंद्र प्रताप सिंह अनूपपुर जिला मुख्यालय के सामाजिक कार्यकर्ता शशिधर अग्रवाल,ग्राम पंचायत सेन्दुरी उप सरपंच मोहनलाल राठौर मृतक के चचेरे भाई एवं अन्य रिश्तेदार लवकेश प्रसाद विश्वकर्मा,भोला प्रसाद विश्वकर्मा,भैरव विश्वकर्मा की उपस्थिति में सामतपुर में सोन नदी के किनारे स्थित मुक्तिधाम में पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।
Related Posts
Add A Comment