गोपाल शर्मा@जांजगीर चाम्पा। जिले के अनुसूचित जाति वर्ग के वोटरों पर नजर कांग्रेस की नजर टिकी हुई है. एस सी वोटरों को साधने के लिए जिला मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के 13 अगस्त को पहुंच रहे हैं. जहां विधानसभा चुनाव की शंखनाद करेंगे. जिसकी तैयारी कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा जांजगीर के खोखरा भाटा के पुलिस लाइन मैदान में किया जा रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद छत्तीसगढ़ में मलिकार्जुन खरगे का पहली बार आगमन होने रहा है जिसके चलते कांग्रेसियों में भारी खुशी का माहौल है वही चुनावी मौसम को देखते कार्यकर्ताओं में भी भारी जोश दिख रहा है.
छत्तीसगढ़ की सत्ता में किसी भी राजनीतिक दल के लिए अदिवासी जितना महत्व रखते हैं लगभग उतना ही अनुसूचित जाति वर्ग का भी माना जाता है। यही वजह है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एससी बाहुल्य जांजगीर-चांपा जिले से ही पार्टी का चुनावी आगाज करने आ रहे हैं। खरगे 13 अगस्त को जांजगीर-चांपा में होने वाले भरोसे के सम्मेलन में शिरकत करेंगे।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में दस एससी सीटों में से सात पर कांग्रेस, दो पर भाजपा और एक पर बसपा के विधायक हैं। यही वजह कि इन सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखने और एससी वोटरों को साधने के लिए कांग्रेस ने हर ब्लाक में जैतखाम बनाने की घोषणा की है। अच्छा खासा प्रभाव है और एससी वोटर्स चाहे तो किसी भी राजनीतिक दल का समीकरण बिगाड़ सकते हैं। पिछले चुनाव के आंकड़े भी यह बताने के लिए काफी हैं कि कुछ स्थानों पर इन्ही एससी वोटरों के दम पर बसपा के प्रत्याशी दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे हैं। प्रदेश में दस एससी सीटों में से सात पर कांग्रेस, दो पर भाजपा और एक पर बसपा के विधायक हैं। खरगे के जांजगीर चांपा क्षेत्र में सम्मेलन इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यहां की छह विधानसभा सीटों में सिर्फ दो पर कांग्रेस के विधायक हैं। बाकी दो पर भाजपा और दो पर बसपा के विधायक हैं।
छत्तीसगढ़ में जांजगीर चांपा लोकसभा एकमात्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित…
जांजगीर-चांपा लोकसभा पूरे छत्तीसगढ़ में एकमात्र अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व सीट है.. जिसके चलते यहां राजनीतिक दलों की नजर सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति वर्ग के वोटरों पर रहती है..लिहाजा यहां एस सी वोटरों की संख्या भी सबसे ज्यादा है. जिसके चलते यहां हर लोकसभा व विधानसभा चुनाव में एस सी वोटर निर्णायक भूमिका में रहते हैं. वही राजनीति पार्टी भी समय-समय पर यहां राजनीति एवं सामाजिक सम्मेलन के बहाने अनुसूचित जाति वर्ग के वोटरो को साधने की कोशिश में लगे रहते हैं. पूरे प्रदेश में जांजगीर चाम्पा लोकसभा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने के साथ-साथ यहां हर बड़े से बड़े नेता नेताओं की नजर इस सीट पर रहती है. यही वजह है कि यहां पूरे छत्तीसगढ़ के प्रदेश में दो विधानसभा सीट पर बीएसपी का कब्जा है।