राजस्व प्रकरणों का अंतिम निराकरण राजस्व अधिकारियों की हो सर्वाेच्च प्राथमिकता-कलेक्टर
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारी-कर्मचारियों का बैठक में राजस्व मामलों के संबंध में किया ओरियन्टेशन
अनूपपुर 22 फरवरी 2025- कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली ने कहा है कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु समय-सीमा एवं ईमानदारी से काम करें। जनता के जीवन को आसान बनाना हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी राजस्व न्यायालय की गरिमा बनाए रखें तथा लंबित प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता एवं गंभीरता के आधार पर करें। राजस्व न्यायालयों में नामांतरण, बंटवारा, अभिलेख दुरुस्ती, सीमांकन के लंबित प्रकरणों का निराकरण, नये राजस्व प्रकरणों को राजस्व न्यायालयों में दर्ज कराना, नक्शे पर तरमीम, फार्मर रजिस्ट्री के प्रकरणों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिले में सभी निरस्त होने वाले राजस्व प्रकरणों का पुनः परीक्षण किए जाने एवं त्रुटिपूर्ण नक्शा सुधार एवं निराकरण किये जाने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली आज कलेक्ट्रेट कार्यालय के नर्मदा सभागार में आयोजित राजस्व विभाग की बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री दिलीप कुमार पांडेय, सहायक कलेक्टर एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पुष्पराजगढ़ श्री महिपाल सिंह गुर्जर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जैतहरी श्रीमती अंजलि द्विवेदी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोतमा श्री अजीत तिर्की, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अनूपपुर श्री सुधाकर सिंह बघेल, अधीक्षक भू-अभिलेख श्री प्रदीप कुमार मोगरे सहित जिले के सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार, रीडर एवं अनूपपुर अनुभाग के राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने बारी-बारी से पटवारियों से नामांतरण, बंटवारा,नक्शा तरमीम, नकल, अभिलेख दुरुस्ती, सीमांकन के लंबित प्रकरणों का निराकरण संबंधी जानकारी भी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी को निर्देशित करते हुए कहा कि लंबित राजस्व प्रकरणों का निराकरण सजगता एवं गंभीरता के आधार पर करें। नक्शा तरमीम के ऑर्डर के पश्चात एक सप्ताह के अंदर कार्रवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राजस्व के सभी कार्य ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से ही किया जाए, जिससे प्रकरण की स्थिति का पता लग सके, ऑफलाइन कोई भी कार्य नहीं किया जाए। बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी राजस्व प्रकरण का दस्तावेजीकरण अद्यतन होना चाहिए।
बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक शनिवार को साप्ताहिक अनुभाग स्तरीय राजस्व बैठक आयोजित किया जाए, जिसमें राजस्व निरीक्षकों एवं पटवारियों से राजस्व प्रकरणों के निराकरण एवं प्रगति की समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कभी भी राजस्व कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया जा सकता है। कलेक्टर ने जिले के पटवारियों से लैपटॉप उपलब्धता की जानकारी प्राप्त करते हुए उन्हें आगामी बैठक में लैपटाप के साथ उपस्थित रहने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी अपनी कार्यशैली सुधारे तथा राजस्व कार्यों में गति लाएं। इस दौरान कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों की भी समीक्षा की तथा सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के भी निराकरण करने की निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने कहा कि राजस्व के लंबित प्रकरणों के निराकरण की वस्तुस्थिति की समीक्षा उनके द्वारा आकस्मिक रूप से राजस्व न्यायालयों का भ्रमण कर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रकरणों के अंतिम निराकरण भी फाईल में जांच कर किया जाएगा। उन्होंने राजस्व न्यायालयों के आदेशों का सख्ती से पालन करने संबंधी पटवारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व के लंबित मामलों का फाईल में व्यवस्थित निराकरण सुनिश्चित हो, ताकि जनता में राजस्व विभाग के कार्यों की बेहतर छवि परिलक्षित हो सके। उन्होंने नामांतरण, बंटवारा, नक्शा तरमीम, लोक सेवा प्रबंधन के तहत समय-सीमा के प्रकरणों के निराकरण के संबंध में राजस्व अधिकारी-कर्मचारियों का ओरियन्टेशन करते हुए मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने राजस्व प्रकरणों के निराकरण में भू-अभिलेख रिकार्ड के स्टेण्डर्ड फार्म पर कार्यवाही सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया। समीक्षा के दौरान पटवारियों के द्वारा संतुष्टिपूर्वक जवाब न देने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई तथा कार्यों में सुधार कर प्रकरणों के त्वरित निराकरण करने पर जोर दिया।
अपर कलेक्टर श्री दिलीप कुमार पाण्डेय ने बैठक में पॉवर प्वाईंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से आरसीएमएस पोर्टल की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी तथा पटवारी हल्कावार संधारित राजस्व प्रकरणों के अद्यतन स्थिति का परीक्षण किया गया।