शशी रंजन सिंह
सूरजपुर (ट्रैक सी.जी. जिला ब्यूरो चीफ) :–
छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम घोषित हो गए हैं और नगर पंचायत जरही में भाजपा ने कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर देते हुए जीत हासिल की है। भाजपा के उम्मीदवार पुरन राम राजवाड़े ने 1427 वोट प्राप्त किए, जबकि कांग्रेस के प्रेम राजवाड़े को 1133 वोट मिले। वहीं कांग्रेस से बागी हुए अभय विश्वकर्मा को 1175 वोट मिले। निर्दलीय प्रत्याशी बिमला राजवाड़े, जो भाजपा से बागी होकर चुनाव में उतरीं थीं, को केवल 240 वोट मिले। वहीं भगवती प्रताप चंद्रा को 66 वोट मिले और नोटा में 13 वोट पड़े थे।
यह चुनाव जरही में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर के रूप में देखा गया, लेकिन अंत में भाजपा के उम्मीदवार पुरन राम राजवाड़े ने यह चुनाव जीत लिया। इस जीत के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है और उनका कहना है कि इस बार नगर पंचायत में विकास के नए आयाम स्थापित किए जाएंगे।
पुरन राम राजवाड़े पेशे से वकील हैं और वे संघ के करीबी माने जाते हैं। इसके अलावा, उनके परिवार का नगर पंचायत जरही से गहरा जुड़ाव है। उनकी पत्नी, लालमन राजवाड़े, भी नगर पंचायत जरही की अध्यक्ष रह चुकी हैं। पुरन राम राजवाड़े दो बार शासकीय अधिवक्ता प्रतापपुर के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और उनके अनुभव का लाभ जरही नगर पंचायत को मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
चुनाव में जीत के बाद पुरन राम राजवाड़े ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता जरही के लोगों से किए गए सभी वादों को पूरा करना होगी। उन्होंने यह भी कहा कि जनता के विश्वास को बनाए रखने के लिए विकास कार्यों में तेजी लाएंगे और समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करेंगे।
इस चुनाव के परिणाम से यह भी साफ हो गया है कि नगर पंचायत जरही में भाजपा ने एक मजबूत पकड़ बनाई है। भाजपा के चार पार्षदों ने जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस के पास 9 पार्षद हैं। इसके अलावा, दो निर्दलीय उम्मीदवार भी जीतकर पार्षद बने हैं।
अब नगर पंचायत जरही में भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक समीकरण और तंग हो गए हैं। भाजपा का दावा है कि वे क्षेत्र के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। दूसरी ओर, कांग्रेस भी अपनी हार से निराश नहीं है और आने वाले दिनों में अपनी रणनीति को और मजबूत करने का संकेत दे रही है।