प्रशासन के गेट बंद कर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन आंदोलन करने की दी लिखित चेतावनी
अनूपपुर
अमरकंटक अमरकंटक क्षेत्र के स्थानीय नागरिक,जनप्रतिनिधि,समाजसेवी एवं जनजातीय समुदाय के प्रतिनिधियो द्वारा जिला कलेक्टर,पुलिस अधीक्षक,अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पुष्पराजगढ़ एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पुष्पराजगढ़ को ज्ञापन सौंपकर बताया गया कि पिछले 10 वर्षों से विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार,घोटाले,छात्राओं के साथ छेड़खानी, बलात्कार एवं स्थानीय युवाओं तथा जनजातीय समुदाय के साथ षड्यंत्र कर उन्हें अपमानित करने की घटनाएं हो रही हैं।इन अपराधों की गंभीरता इस हद तक बढ़ चुकी है कि अब इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता।उपरोक्त कई विषयो पर ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने शासन प्रशासन से मांग की है कि कार्यकारी परिषद का पुनर्गठन किया जाए क्योंकि उच्च प्रशासनिक कार्यालयों में सेटिंग कर कुछ बाहरी व्यक्तियों को कार्यकारी परिषद में शामिल किया गया, जिनमें से कुछ ” अवार्ड वापसी गैंग के सदस्य रहे हैं तथा केंद्र सरकार के विरुद्ध षड्यंत्र रच चुके हैं।न्यूनतम 50% प्रतिनिधित्व मध्य प्रदेश एवं जनजातीय समुदाय का हो।निर्माण एवं वित्त समिति का पुनर्गठन किया जाए।नए कुलपति चयन प्रक्रिया की समीक्षा वर्तमान कुलपति चयन समिति द्वारा भेजे गए नामों की निष्पक्ष जांच कर उन्हें कुलपति चयन समिति से हटाया जाए।प्रो.एन.सी. गौतम विश्वविद्यालय के कुलपति चयन प्रक्रिया से बाहर किया जाए।विगत तीन वर्षों की समस्त नियुक्तियों को निरस्त किया जाए।अपराधों की निष्पक्ष विवेचना एवं प्राथमिकी पंजीकर तथा न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप को रोका जाए।विश्वविद्यालय प्रशासन के राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव का दुरुपयोग कर न्यायिक प्रक्रिया को बाधित करने के षड्यंत्र को उजागर कर सर्वोच्च न्यायालय को सूचित किया जाए।छात्रावासों का सही उपयोग हो,नर्मदा हॉस्टल एवं ट्रांजिट हॉस्टल को केवल छात्रों के लिए आरक्षित किया जाए तथा इसमें अवैध रूप से रह रहेप्रोफेसरों को तत्काल बाहर निकाला जाए।स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता दी जाए साथ ही 2020 से 2024 तक की गई समस्त नियुक्तियों को निरस्त कर पुनः निष्पक्ष भर्ती की जाए।पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में सुधार के साथ ही प्रवेश प्रक्रिया में 50% सीटें जनजातीय समुदाय के लिए आरक्षित की जाएं
|पर्यावरणीय सुरक्षा हेतु विश्वविद्यालय द्वारा गंदे पानी को खुले में बहाया जा रहा है, जिससे स्थानीय जल स्रोत
प्रदूषित हो रहे हैं।BIGS कंपनी का सुरक्षा टेंडर रद्द किया जाए।CPWD के निर्माण कार्यों की उच्च स्तरीय जांच हो 100 करोड़ से अधिक के निर्माण कार्यों में अनियमितता की गहन जांच की जाए।श्री जी कंपनी द्वारा की गई तीन गुना दर पर फर्जी निर्माण की जाँच की जाए।CPWD के द्वारा 100 करोड़ से अधिक का किये जा रहे गुणवत्ता विहीन कार्यों तथा
श्रीजीकंपनी के कार्यों की जाँच की जाये इसमें कई करोड़ का कमीशन खोरी हो चूका है।GEM-पोर्टल पर किए गए घोटाले की जांच होनी चाहिए क्योंकि पिछले 5 वर्षों में GEM-पोर्टल से की गई फर्जी खरीदारी में ₹3.30 करोड़ की रिश्वतखोरी सामने आई है।डॉ.मृदुल कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों की उच्चस्तरीय जांच कर उन्हें दंडित किया जाए।इस मामले में जबलपुर के संतोष वर्मा सप्लायर, सीसीटीवी सप्लायर, कंप्यूटर के अनेक सप्लायर द्वारा अभी भी 30% कमीशन दिया जा रहा है और गवर्नमेंट इलेक्ट्रॉनिक मार्केट से ‘हम तुमको काम दे देंगे इसकी सेटिंग चल रही है’ इसकी बड़ी जांच हो तथा पूर्व में की गई GEM-पोर्टल की सभी खरीदारी की जांच हो, इसके लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाई जाए।ट्राइबल माडल स्कूल में क्षेत्रीय बच्चों को प्रवेश दिया जायें।विश्वविद्यालय का गेट भरनी ग्राम पंचायत तली की तरफ खोला जायें,ताकि क्षेत्रीय लोगों को सुविधा मिल सके।जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में जनजाति समाज को 50 प्रतिशत आरक्षण शिक्षा एवं नौकरी में दिया जायें।साथ ही 07 दिनों के भीतर हमारी सभी मांगों पर ठोस कार्यवाही की जाए।अन्यथा दिनांक 17 फरवरी 2025 (सोमवार) को प्रातः 7:00 बजे से विश्वविद्यालय के समस्त प्रवेश द्वारों को बंद कर अनिश्चित कालीन धरना-प्रदर्शन आंदोलन किया जाएगा।इसके साथ ही भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के सचिव विनीत जोशी जी से अनुरोध किया गया हैं कि इस विषय में त्वरित हस्तक्षेप कार्रवाई करते हुए उसकी सूचना जिला कलेक्टर के माध्यम से दिलाई जाए।