राकेश नायक ,ट्रैक सीजी न्यूज, विशेष संवाददाता ,गुजरात
21वीं शताब्दी में ज्ञान के साथ ‘कौशल’ और ‘दृष्टिकोण’ विकसित करना आवश्यक है। श्री उमिया एज्युकेशन ट्रस्ट ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था के लिए प्राथमिक स्तर से छात्रों को तैयार करने के लिए व्यवस्थित प्रयास कर रहा है।
इसके लिए, 2000से अधिक छात्रों और शिक्षकों को 50से अधिक स्कूलों में प्रशिक्षित किया गया है।
आईबीएम स्किल बिल्ड प्रोग्राम से ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड पर छात्रों के लिए इन कौशल को विकसित करने के लिए आंतरराष्ट्रीय स्तर का साहित्य और प्रशिक्षण प्रदान किया है। करियर विकास के लिए नरसिंहभाई देसाई सेंटर ने विभिन्न ट्रेनर्स प्रदान करके ग्रामीण स्कूलों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया है।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के मार्गदर्शन में, छात्रों को विभिन्न वस्तुओं को बनाने और आय प्रशिक्षण और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
इस तरह, श्री उमिया एज्युकेशन ट्रस्ट द्वारा स्कूल स्तर से 21वीं शताब्दी के कौशल को विकसित करने के लिए संयुक्त प्रयास किए जा रहे हैं।
बॉक्स बनाना है 👇
Feedback: “आईबीएम स्किलबिल्ड एक ऐसा मंच है जहां मैं अपनी खुदकी गति से सीख सकता हूं। इस प्लेटफ़ॉर्म पर मैं मुझे सही लगे वो कौशल चुन सकता हूं और इसके लिए कई पाठ्यक्रम और सीखने के तरीके उपलब्ध हैं। तकनीकी कौशल, जीवन कौशल (जीवन कौशल) के साथ -साथ मैं अपने लिए एक सार्वजनिक वक्ता बनना चाहता हूं, और संचार, नेतृत्व और महत्वपूर्ण सोच जैसे कौशल मेरे लिए बेहद उपयोगी होने जा रहे हैं। – आरव सुखडीया (छात्र)