पिथौरा ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
नन्हे बालक देवेश की मां प्रभावती बर्मन अपने बेटे को हंसते खिलखिलाते देख कर खुश होती और रह रह कर उनकी आंखे भर आती। वह कहती हैँ चिरायु के चिकित्सकों ने ऑपरेशन करवा कर बहुत बड़ा उपकार किया है वह इसके लिए उन्हें दिल से धन्यवाद देती हैँ। उनका कहना है कि चिरायु ने उनके जिगर के टुकड़े को नयी जिंदगी दिला दी है। जिला महासमुंद के विकासखंड पिथौरा अंतर्गत ग्राम भतकुंदा के 3 वर्षीय देवेश बर्मन को जन्मजात पेनोस्क्रोटल हाइपोस्पीडियास नामक जन्मजात विकृति थी।जिससे बढ़ते उम्र में उसको बहुत दिक्कत होती थी। उन्हें इस बारे में बिलकुल भी जानकारी नहीं थी, जिसको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिथौरा के चिरायु दल के आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ.वीरेंद्र प्रजापति के द्वारा चिन्हाकित कर बच्चे का सफल ऑपरेशन चिरायु योजना के तहत डी. के. एस.हॉस्पिटल रायपुर में कराया गया। गौरतलब है कि शासन की चिरायु योजना दूरस्थ अंचल के बच्चों के लिए संजीवनी का काम कर रही है,इसके तहत गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों का निशुल्क इलाज किया जाता है। चिरायु दल द्वारा बच्चों के इलाज के लिए बड़े से बड़े अस्पताल में भेजा जाता है। जिसका पूरा खर्च भी चिरायु योजना के तहत होता है। देवेश के सफल ऑपरेशन से उसके परिजनों के चेहरे पर मुस्कान लौटी है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिरायु टीम को जब पता चला की नन्हा बालक देवेश बर्मन पेनोस्क्रॉटल हाइपॉस्पिडिआस बीमारी से ग्रसित है तो सबसे पहले उसका पोर्टल में एंट्री कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पी. कुदेशिया के निर्देशन में व जिला कार्यक्रम प्रबंधक नीलू धृतलहरे के मार्गदर्शन में जिला सलाहकार अनुपम शर्मा के सलाह पर रायपुर के डी. के. एस.हॉस्पिटल के सर्जरी विभाग में बच्चों का परीक्षण कराया गया । सर्जन ने बताया कि इसका ऑपरेशन दो चरण में किया जाएगा और चिरायु दल पिथौरा के लगातार प्रयासों से बच्चे का दोनों ऑपरेशन सफल हुआ। बच्चे के पिता शत्रुघ्न बर्मन जो की ग्राम भतकुंदा के निवासी हैँ इस सफल ऑपरेशन के लिए जिला प्रशासन महासमुंद, जिला स्वास्थ्य विभाग व चिरायु दल का नम आँखों से दिल से धन्यवाद किया। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग पिथौरा के चिरायु दल द्वारा लगातार आंगनबाड़ी और शासकीय स्कूलों का दौरा कर बच्चों के स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग करती है और गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चों के बेहतर इलाज का आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करती है।पिथौरा विकासखंड के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.बी.बी.कोसरिया ने बताया कि पिथौरा चिरायु दल द्वारा जब से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चालू हुआ है तब से पिथौरा चिरायु दल लगातार बीमारी से ग्रसित बच्चों को चिन्हाकित कर तत्काल उचित उपचार कराती है। चिरायु दल द्वारा कान से न सुन पाने वाले 31 बच्चों का बेरा टेस्ट करा कर श्रवण यंत्र निःशुल्क प्रदाय किया गया है।इसके साथ ही कटे फटे होंठ दिल में छेद जैसे गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों का पिथौरा चिरायु दल द्वारा संज्ञान में आते ही तुरंत निशुल्क उपचार कराया जाता है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिथौरा के विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक जयकान्त विश्वकर्मा ने बताया की पिथौरा चिरायु टीम के सतत प्रयासों से चिरायु योजना अंतर्गत जिले की पहली निःशुल्क काक्लियर इम्प्लांट सर्जरी भी पिथौरा चिरायु दल द्वारा कराया गया है। देवेश बर्मन के सफल सर्जरी कराने में टीम के आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र प्रजापति, डॉ. तनुजा चंद्राकर, फार्मासिस्ट लेखरंजन पटेल, एम. एल. टी बेनूराम सिन्हा सहित ए. एन. एम. राजकुमारी बंजारे का विशेष योगदान रहा।उक्त जानकारी विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक जयकांत विश्वकर्मा ने दी।
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