शशी रंजन सिंह
सूरजपुर (ट्रैक सी.जी. जिला ब्यूरो चीफ) :–बीजापुर के साहसी पत्रकार मुकेश चंद्राकर की बेरहमी से की गई हत्या से पूरा पत्रकार जगत सदमे में है भ्रष्टाचार के खिलाफ खबर दिखाने पर एक युवा और साहसी पत्रकार कि बेरहमी से हत्या कर दी गई
इस निर्मम हत्याकांड के विरुद्ध सूरजपुर जिले के जिला पत्रकार संघ ने कैंडल मार्च निकालकर आरोपियों को जल्द फांसी देने की मांग की और ज्ञापन दिया गया।
अग्रसेन चौक पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में पत्रकार साथी और आम लोगों ने दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर को भावभीनी श्रद्धांजलि दिया।भ्रष्टाचार के विरुद्ध खबर चलाने पर पत्रकारों पर लगातार हमले और मुकदमे हो रहे हैं पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा है स्वतंत्र पत्रकारिता खतरे में है, छत्तीसगढ़ के पत्रकार लंबे समय से पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर उदासीन है।
क्या कहा वरिष्ठ पत्रकारों ने
यह हत्याकांड लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा प्रहार है पत्रकार समाज में घट रहे घटनाओं को दिखाता है ऐसे में पत्रकारों का सुरक्षा खतरे में है, पत्रकार सुरक्षा कानून को लागू करना चाहिए और दिवंगत पत्रकार के परिजन को नौकरी और मुआवजा के रूप में तत्काल राहत पहुंचाना चाहिए। जिला पत्रकार संघ एस आई टी गठित कर कड़ी कार्रवाई की मांग जाता है ।
वरिष्ठ पत्रकार सुनील अग्रवाल (बॉबी)
जिस तरह से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है प्रदेश भर के पत्रकार अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं अपने कर्तव्यों के निर्वहन में पत्रकारों को जान जोखिम में डालना पड़ रहा है ऐसे में सरकार से मांग करते हैं पत्रकार सुरक्षा कान लागू हो और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए वरिष्ठ पत्रकार ओकार पांडे
पत्रकार मुकेश चंद्राकर के साथ हुई घटना बेहद निंदनीय है यह घटना पत्रकारिता जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है इस घटना से पूरे प्रदेश के पत्रकारों में रोष व्याप्त है प्रदेश सरकार से मांग है की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार को सहायता पहुंचाई जाए।
वरिष्ठ पत्रकार मुकेश गर्ग
स्वतंत्र पत्रकारिता पर यह हमला है आज पत्रकार अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है दोषियों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई हो। वरिष्ठ पत्रकार हजारीलाल साहू
जिले के सभी पत्रकार न्याय एवं सुरक्षा की मांग को लेकर एकजुट हैं मुकेश चंद्राकर की हत्या ने मीडिया की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े कर दिए हैं पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए सरकार।
वरिष्ठ पत्रकार श्याम सुंदर जायसवाल
इस शोक सभा के आयोजन में सुनील अग्रवाल, ओमकार पांडे, मुकेश गर्ग, हजारी साहू, श्यामसुंदर जयसवाल, अनवर खान, आशिक खान, नौशाद अहमद, दिलशाद अहमद, इमाम हसन, नितेश गुप्ता, आमिर खान, कौशलेंद्र यादव, मिथिलेश जायसवाल, जानी खान, लोकेश गोस्वामी, अख्तर अली, सूरज साहू, नीरज सिंह, नीरज साहू, रामजी साहू, अनिल साहू, चुन्ना सिंह, मो0 सुल्तान आदि बड़ी संख्या में पूरे जिले के पत्रकार मौजूद थे।