बेमेतरा (ट्रैक सीजी न्यूज/हेमंत सिन्हा)
शासकीय प्राथमिक शाला एवं पूर्व माध्यमिक शाला लालपुर के शिक्षकों व विद्यार्थियों के द्वारा 3 जनवरी को भारत की पहली महिला शिक्षिका माता सावित्रीबाई फुले के जन्म जयंती पर पुष्प अर्पित कर याद किया गया और उनके जीवनी पर प्रकाश डाला गया। प्रधान पाठक बृजपाल सिंह डाहिरे जी ने बताया कि माता सावित्रीबाई फुले नारी सशक्तिकरण शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए, गरीब परिवार में जन्मी सावित्रीबाई फुले गांव गांव में जा जाकर महिलाओं को शिक्षा के प्रति अलग जगाने के लिए समूह में बैठाकर शिक्षा देने की कार्य करती थी। शिक्षक शांत कुमार पटेल जी ने भी माता सावित्रीबाई फुले जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सावित्रीबाई जी ने ही बाल विवाह के प्रति शिक्षित करने और उनका उन्मूलन तथा विधवा पुनर्विवाह के लिए वकालत करने बहुत मेहनत की। माता सावित्रीबाई फुले एवं ज्योतिबा फुले के संयुक्त प्रयास से ही भारत में स्वदेशी स्कूल की स्थापना हुआ जिनमें सभी ब्रिटिश शासन काल में शिक्षा लेना प्रारंभ किए। उन्होंने अस्पृश्यता के खिलाफ अभियान चलाया और जाति और लिंग भेदभाव को समाप्त करने में सक्रिय रूप से कार्य किया। जन्म जयंती कार्यक्रम के अवसर पर पूर्व माध्यमिक शाला प्रधान पाठक श्री रामायण मनहरे, संकुल समन्वयक मुरता सतीश कुर्रे, शिक्षक घनश्याम प्रसाद साहू, मोतीराम पात्रे ने भी अपना विचार रखें।