महासमुन्द ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
छत्तीसगढ़ जन जागरण सेवा संस्थान के तत्वावधान में महिला सशक्तिकरण एवं कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सुरेश शुक्ला ने की, जो सामाजिक विकास और सामुदायिक उत्थान के क्षेत्र से वर्षो से जुड़े हैं । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध सोशल इंफ्लुएंसर और महिला प्रेरणा स्रोत डॉ. एकता लंगेह उपस्थित रहीं ।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं को संगठित करना, उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना और उनके कैरियर को नई दिशा देना था। आयोजन के दौरान, जन जागरण सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री आत्माराम मार्कण्डेय ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया और कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
ग्रामीण विकास में महिलाओं की भूमिका
कार्यक्रम के दौरान, डॉ. सुरेश शुक्ला ने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में ग्रामीण विकास और सामाजिक सहभागिता में महिला समूहों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि संगठित महिला समूहों के माध्यम से न केवल सामाजिक उत्थान संभव है, बल्कि सहकारिता के माध्यम से आर्थिक स्वावलंबन भी प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने महिलाओं को समूह निर्माण के महत्व को समझाया और यह बताया कि सामूहिक प्रयासों से किसी भी सामाजिक या आर्थिक चुनौती का सामना आसानी से किया जा सकता है।
डॉ. शुक्ला ने महासमुन्द जिले में महिला समूह निर्माण के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की और कहा कि इन समूहों ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान किया है। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि कैसे सहकारिता के माध्यम से महिलाएं स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ सकती हैं। उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए कौशल विकास, प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता के महत्व पर जोर दिया।
महिलाओं के कैरियर और आत्मनिर्भरता पर जोर
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, डॉ. एकता लंगेह, जो एक प्रसिद्ध सोशल इंफ्लुएंसर हैं, ने महिलाओं को अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिलाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया के माध्यम से नए अवसरों की खोज करने की सलाह दी। डॉ. लंगेह ने बताया कि आज के समय में तकनीकी सशक्तिकरण महिलाओं को न केवल आत्मनिर्भर बना सकता है, बल्कि उन्हें अपने समुदाय और समाज में एक सशक्त स्थान प्रदान कर सकता है।
उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को बताया कि वे स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर स्वरोजगार और लघु उद्योग स्थापित कर सकती हैं। साथ ही, उन्होंने कैरियर मार्गदर्शन के माध्यम से महिलाओं को उनके शैक्षिक और व्यावसायिक विकास की दिशा में प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं के पास अब अवसरों की कोई कमी नहीं है, बस जरूरत है अपनी क्षमताओं को पहचानने और उन्हें विकसित करने की।
महिला समूह निर्माण और आजीविका उन्नयन
कार्यक्रम के दौरान यह भी बताया गया कि महासमुन्द जिले में महिला समूह निर्माण और आजीविका उन्नयन के लिए जन जागरण सेवा संस्थान ने कई उल्लेखनीय कदम उठाए हैं। इन प्रयासों के अंतर्गत महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित किया गया, उन्हें लघु वित्तीय सहायता प्रदान की गई और उन्हें अपने उत्पादों को बाजार में बेचने के लिए मंच उपलब्ध कराया गया।
संस्था ने यह सुनिश्चित किया है कि महिलाओं को न केवल आर्थिक सहायता मिले, बल्कि उनके आत्मसम्मान और स्वाभिमान को भी बढ़ावा मिले। इस दिशा में, सिलाई-कढ़ाई, बुनाई, खाद्य प्रसंस्करण, जैविक खेती, और अन्य कौशल आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन प्रयासों से महिलाओं को अपने परिवार की आय बढ़ाने और एक सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिला है।
सामाजिक जागरूकता और सहभागिता
कार्यक्रम के दौरान, महिला सहभागियों ने अपने अनुभव साझा किए और यह बताया कि समूह निर्माण ने उनके जीवन में कितना बड़ा बदलाव लाया है। उन्होंने बताया कि सहकारिता के माध्यम से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी है, बल्कि उन्होंने अपने बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है।डॉ. सुरेश शुक्ला और डॉ. एकता लंगेह ने यह भी जोर दिया कि महिलाओं का सशक्तिकरण तभी संभव है जब उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के पर्याप्त अवसर मिलें। उन्होंने समाज के हर वर्ग से अपील की कि वे महिलाओं के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाएं।कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के अंत में, महिलाओं ने अपने-अपने समूहों के प्रदर्शन और उपलब्धियों को प्रदर्शित किया। कई महिलाओं ने बताया कि कैसे उन्होंने छोटे-छोटे कदमों से अपने जीवन में बड़े बदलाव लाए।कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। श्री आत्माराम मार्कण्डेय ने सभी अतिथियों, सहभागियों और संस्थान के सदस्यों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने भरोसा जताया कि इस तरह के कार्यक्रम न केवल महिलाओं को सशक्त बनाएंगे, बल्कि उनके माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाएंगे।इस अवसर पर स्थानीय नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, और बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम ने महिलाओं को प्रेरित करने के साथ-साथ उनके जीवन में नई दिशा देने का काम किया।इस अवसर पर खेमराज बघेल , गंगाराम ठाकुर, किशोर ठाकुर, मंजूषा ठाकुर, तीज बाई, किरण बघेल,राहुल जोशी टिकेश बघेल, खेमराज बघेल और भारी संख्या में लोग उपस्थित थे I
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