दैनिक ट्रैक सीजी,कवर्धा।
वनांचल के शासकीय हाई स्कूल बैरख प्रांगण में आज शहीद वीर नारायण सिंह जी की छायाचित्र में पूजा अर्चना, माल्यार्पण कर उनके बलिदान को याद किया गया। संस्था प्राचार्य सोहन कुमार यादव ने उनके बलिदान को याद करते हुए कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह जी गरीबों के मसीहा थे। शहीद वीर नारायण सिंह जी गरीबों एवं असहायों की मदद हमेशा करते थे। छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतन्त्रता सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह जी को अंग्रेजों ने 10 दिसम्बर 1857 को रायपुर के जय स्तम्भ चौक में फांसी दिया था। व्याख्याता प्रेमलता ठाकुर ने वीर नारायण सिंह जी की जीवनी के बारे में बताया। आज 10 दिसम्बर 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ की साधारण सभा में संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकारों की विश्व व्यापी घोषणा को अंगीकृत किया। संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1950 में 10 दिसम्बर के दिन को मानवाधिकार दिवस घोषित किया। किसी भी व्यक्ति में जीवन, स्वतंत्रता, समानता और सम्मान का अधिकार ही मानव अधिकार है।कार्यक्रम में शिक्षक एवं विद्यार्थी गण उपस्थित थे।