महासमुंद ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
पटेवा समीप प्राथमिक शाला सलिहाभांठा में बच्चों की रचनात्मकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रधानपाठक योगेश निर्मलकर के मार्गदर्शन और शिक्षक धर्मेंद्र ध्रुवक निर्देशन में बाल कथन सभा का आयोजन किया गया। इसमें बच्चोंके द्वारा स्व-रचित गीत, कविता, कहानी की प्रस्तुति दी गई। मंच संचालन कक्षा 3 की प्रियंका और काव्या ने शानदार ढंग से उत्साह के साथ किया। कार्यक्रम की सुबह ही तन्मय कक्षा 4 ने स्वागत गीत बनाकर अतिथियों का स्वागत किया। रूखमणी कक्षा 4 ने फुदक-फुदककर चिड़िया आती, तन्मय ने मैं हर एक किसान, रेशमी कक्षा 4 मेरी मम्मी अच्छी, चुमेश्वरी कक्षा 5 ने चंदा मेरे प्यारे, वेनुष कक्षा 3 ने तितली प्यारी, गंगा कक्षा 5 ने मेरी भोली मां और राहुल कक्षा 4 ने ससे छोटी रचना मेरी पुस्तक कविता की प्रस्तुत किए। तीरथ कक्षा 4, नागेश्वर कक्षा 5, दामनी कक्षा 4, धनराज कक्षा 5, प्रेमसागर कक्षा 5 ने स्वरचित कहानी प्रस्तुत किया। इस मौके पर स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल पटेवा के प्राचार्य एस सी प्रधान जी ने बच्चों द्वरा मंच संचालन सहित बेझिझक अभिव्यक्ति और स्वयं से लिखने को सराहा और बच्चों तो अगली बार के लिए प्रतिदिन शाम को अपनी दिनचर्या को लिखने का कार्य दिए। शाला को सदैव सहयोग देते रहने के लिए भी पालकों युवाओं एवं गाँव वालों की भी सराहना किए। इस मौके पर उपस्थित क्षेत्र के युवा कवि मनोज “भावरिया” ने भी बच्चों को अपनी गीत के माध्यम से पेड़ के महत्व को बताया और बच्चों को शुभकामना प्रेषित किए। ज्ञात हो कि नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों में स्वयं के विचारों को लिखने को प्रेरित करने के उद्देश्य से इस तरह का उद्यम किया जा रहा है। जिसमें बच्चों को शाला की ओर से कॉपी उपलब्ध कराकर स्वयं से गीत, कविता, कहानी, आत्मकथा, नाटक सहित विभिन्न विषयों, अवधारणाओं को लिखने रचनात्मक लेखन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में पिरीत राम ध्रुव, घासुराम दीवान, गोरेलाल साहू, पंचराम ध्रुव, भोजराम साहू, तिलक साहू, नीरा दीवान, हेमलता साहू, जया साहू, देवकी सिन्हा, बिसनी दीवान, गायत्री दीवान उपस्थित थे।
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