कहा 27 नवंबर को घटना के बाद क्यों नहीं दिखाई पुलिस ने यही ततपरता
आंदोलन के एकत्र हुए समाजजनों का जताया आभार, न्याय मिलने तक जारी रहेगा आंदोलन
देश के संविधान पर उन्हें पूरा भरोसा
महासमुंद ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
सर्व अनुसूचित जाति समाज द्वारा एसपी कार्यालय घेराव की चेतावनी के लिए नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती राशि त्रिभुवन महिलांग ने पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। शुक्रवार को घेराव की चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा लिए गए एक्शन पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती राशि त्रिभुवन महिलांग ने कटाक्ष भी किया है। श्रीमती महिलांग ने मीडिया में जारी बयान में कहा कि अगर घटना के दिन ही पुलिस प्रशासन ने मामले में एक्शन लेते हुए कार्रवाई की होती तो सर्व अनुसूचित जाति समाज को घेराव का ऐलान नहीं करना पड़ता। पर पुलिस प्रशासन ऐसा करने की बजाय हाथ में हाथ धरे बैठी रही जिसकी वजह से समाज को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ा। श्रीमती महिलांग ने कहा पति त्रिभुवन महिलांग और सीएमओ द्वारा पुलिस से की गई शिकायत पर अब तक न ही रिपोर्ट दर्ज की है और न कोई कार्रवाई। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि पुलिस प्रशासन मेरे रिश्तेदारों पड़ोसियों और समर्थकों की धरपकड़ कर उन्हें बेवजह परेशान कर रही है। उन्होंने रिश्तेदारों, समाजजनों और समर्थकों को बताया कि वे अपने घर पर है, और पूरी तरह से सुरक्षित है, वे बिलकुल भी उनकी चिंता न करें। उन्होंने कहा समाजजनों की मांगों पर समय रहते निर्णय नहीं लिया गया तो आज जो स्तिथि निर्मित हुई है वह आगे भी निर्मित हो सकती है और बिना सूचना के समाज का आंदोलन भी हो सकता है जिसकी जवाबदारी पुलिस प्रशासन की होगी। श्रीमती महिलांग ने कहा न्याय मिलने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्हें देश के संविधान पर पूरा भरोसा है।
बेटी के सम्मान के लिए समाजजनों का आभार
नपाध्यक्ष श्रीमती महिलांग ने पूर्व घोषणा के तहत शुक्रवार को एसपी कार्यालय घेराव के लिए शहर में एकत्र हुए समाजजनो का आभार जताया। उन्होंने कहा समाज ने मुझे अपनी, बहु-बेटी समझकर आज मेरे सम्मान के लिए पुलिस की नाकेबंदी के बाद भी गांव से 15-20 किमी पैदल व अन्य साधनों से मुख्यालय पहुंचे। इसके लिए मैं और मेरे परिवार की ओर से उनको धन्यवाद और उनका आभार जताती हूं।
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