परख छात्रों की दक्षताओं के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा -प्रेमचन्द साव
सभी छात्र-छात्राएं अभ्यास में रूचिपूर्वक भाग ले रहे हैं
बसना ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता,मानक एवं मूल्यांकन प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय परख सर्वेक्षण 2024 का आयोजन 4दिसंबर को किया जाएगा जिसकी तैयारियां, विकास खंड शिक्षा अधिकारी जेआर डहरिया,विकास खंड स्रोत समन्वयक एवं विकासखंड नोडल अधिकारी पूर्णानंद मिश्रा के मार्गदर्शन में,प्रधान पाठक हीराधर साव के निर्देश पर शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला अरेकेल में शिक्षक प्रेमचन्द साव के नेतृत्व में किया जा रहा है।परख सर्वेक्षण के विकासखण्ड सहायक नोडल अधिकारी प्रेमचन्द साव ने कहा कि इस सर्वेक्षण से बच्चों के समझ,सोचने समझने की शक्ति, बच्चों के शैक्षिक विकास से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण पहल है।इस सर्वेक्षण के लिए प्रतिदिन ओएमआर शीट के माध्यम से प्रश्नों को हल करने के बारे में बताकर नियमित अभ्यास कार्य करवाया जा रहा है। इसमें तीसरी,छठवीं और नवमीं कक्षा के छात्र -छात्राओं के लिए यह सर्वेक्षण आयोजित होगा। इसमें कक्षा तीसरी के लिए भाषा,गणित एवं हमारे आसपास के दुनिया से 90 मिनट में 45 प्रश्न, छठवीं कक्षा के लिए 90 मिनट में 51 प्रश्न,नवमीं कक्षा में भाषा,गणित,विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के 60 प्रश्न 120 मिनट में हल करने होंगे। नियमित अभ्यास एवं मॉक टेस्ट के आधार पर हम सबको अपने कमजोर एवं मजबूत क्षेत्रों की जानकारी मिल सकेगी और हम इस आधार पर अपने अपने शाला में सुधार हेतु उपचारात्मक शिक्षण कर सकते हैं। शासन के निर्देशानुसार 19,25 और 29 नवंबर को मॉक टेस्ट का भी सफलतापूर्वक आयोजन किया गया है। राष्ट्रीय परख सर्वेक्षण शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।यह छात्र -छात्राओं की दक्षताओं के साथ साथ शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा। सर्वेक्षण की सफलता के लिए छात्रों को इस परीक्षा हेतु भरपूर अभ्यास कार्य करवाया जा रहा है।
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