पिथौरा ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
जगदीशपुर स्थित बेतेल मेनोनाईट चर्च के सदस्यों ने न केवल फुलझर क्षेत्र में बल्कि देश के विभिन्न शहरों में भी रहकर शिक्षा और स्वास्थ्य की दिशा में अतुलनीय योगदान दिया है। यह एक विरासत है,जिसे सौ साल पहले मिशनरियों और समाज सेवी लोगों द्वारा स्थापित किया गया था। आज इस शताब्दी समारोह में उन सभी पुरोधाओं को स्मरण करते हुए उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लेकर प्रभु यीशु मसीह के प्रेम और शांति के सन्देश को चरितार्थ करें और क्षेत्र की शांति और समृद्धि के लिए प्रभु यीशु से प्रार्थना करते रहें। उपरोक्त बातें जगदीशपुर में आयोजित चर्च की शताब्दी समारोह में प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री एवं फुलझर क्षेत्र के राजा देवेन्द्र बहादुर सिंह ने कहीं। इसके पहले भारतीय जनरल कान्फ्रेंस मेनोनाईट चर्च के सभापति अनिमेष सिंह बढ़ाई, सचिव प्रेम किशोर बाघ, श्रीमती सुभाषिनी बढ़ाई, जेनसन मेमोरियल हायर सेकेण्डरी स्कूल के प्राचार्य सुभाष चन्द्र नन्द, सेवा निवृत्त बी आर सी पिथौरा एफ.ए.नन्द, शताब्दी समारोह के कोषाध्यक्ष पंकज अनुराग राम, सुजीत कुमार,मोजेस कुलदीप, बेतेल मेनोनाईट चर्च के पास्टर नवीन रनबीडा सहित हिल्दा महिला सभा और चर्च पंचायत के सदस्यों ने स्वागत किया। पूर्व विधायक के साथ जिला पंचायत के पूर्व सदस्य हेमसागर पटेल, ब्लाक कांग्रेस कमेटी बसना के अध्यक्ष विजय साहू, सिंघनपुर सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष कमलेश अग्रवाल, जगदीशपुर पंचायत के पूर्व सरपंच प्रतिनिधि लोरीश कुमार, राजेन्द्र गुप्ता मंचासीन रहे। इस अवसर पर लोरीश कुमार ने मसीही समुदाय और सरईपाली राजमहल के एक शताब्दी के परस्पर संबंधों पर प्रकाश डाला और बताया कि जगदीशपुर में मिशन की स्थापना पूर्व जमींदार स्व.राजा लालबहादुर सिंह के सहयोग के बिना असम्भव था। कार्यक्रम का संचालन अनिमेष सिंह बढ़ाई ने किया। इस अवसर पर सभी अतिथियों का सम्मान करते हुए बेतेल मेनोनाईट चर्च की अनुकृति पर आधारित मोमेंटो भेंटकर सम्मानित किया गया।
शताब्दी समारोह के द्वितीय दिवस सेंट स्टीफन स्कूल के बच्चों और जूनियर चर्च/ सण्डे स्कूल के बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। पास्टर नवीन रनबीडा ने सभी लोगों के लिए विशेष प्रार्थना की। समारोह में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों लोग शामिल हुए हैं।
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