परलकोट क्षेत्र में नकली खाद व बीज की कालाबाजारी को रोकने में कृषि विभाग नाकाम।
तनुज सरकार (पखांजूर)। परलकोट क्षेत्र में दो सौ गांव है जो कि कृषि पर ही आश्रित है खेती किसानी से ही रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा करते है लगातार नकली पोटाश के बाद, नकली डी ए पी खाद की दो सौ पच्चास बोरी व्यापारी या सप्लायर द्वारा जंगल में खाली जगह में फेंका गया था।
अब तक जिसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है अधिकारियों द्वारा प्रथम दृष्टि से खाद को नकली मान कर जांच के लिए भेजा गया है आज फिर गुणवत्ता हीन बीज के चलते रूपनगर में किसान के परिवार की आज फांसी लगाने तक की नौबत आ गई है सनातन मंडल पत्नी गुलाबी मंडल रूपनगर के निवासी अति गरीब परिवार से है जिसने मक्के के खेती के लिए अपनी पत्नी के सोने के कान की बाली गिर्वी रखकर पैसे लिए थे। और पखांजूर में संगम चौक में स्थित देवनाथ कृषि केन्द्र से खाद व बीज लिया जिसमें डीकालब कंपनी के डी. के. सी और बालाजी परगना इक्याशी का बीज लिया जिसका मूल्य पच्चीसों रुपए प्रति पैकेट लिया गया । लिए गए बीज के लिए कोई भी बिल दुकानदार द्वारा नहीं दिया गया दो अलग अलग कंपनियों के बीजों को एक साथ लगाया गया समय समय पर पानी व खाद भी नियमानुसार में दी गई, मगर अठारह दिन बाद भी बालाजी परगना इक्याशी में अंकुरण की समस्या साफ दिखाई दे रही है किसान परिवार के माथे में चिंता की लकीरें है और सर पर कर्ज का बोझ , गांव के अन्य ग्रामीणों द्वारा दुकान में हंगामा करने पर दुकानदार द्वारा कंपनी से मुआवजे का आश्वाशन दिया गया एवं परिवार के मुखिया को पत्रकारों को जानकारी न देने की बात की गई और सबूत के तौर पे किसान परिवार के पास रखे हुए बीज के पैकेट को दुकानदार द्वारा मुआवजे की बात कर रख लिया गया । सबसे बड़ा सवाल यही बन रहा है कि जिम्मेदार अधिकारी अपने जिम्मेदारी का निर्वाहन व समय समय में मॉनिटरिंग नहीं करने के वजह से आज क्षेत्र में नकली एग्रीकल्चर प्रोडक्ट ( नकली खाद, नकली दवाई, नकली बीज ) की कालाबाजारी फल फूल रही है