द्वितीय दिवस बौद्धिक सत्र सहकारिता कृषि एवं आजीविका विषय पर शिवरार्थियों को विस्तार से बताया गया
महासमुंद ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का रासेयो सात दिवसीय विशेष शिविर ग्राम भलेसर द्वितीय दिवस दिनांक 29 नवंबर को सभी गठित दलों को कार्य विभाजन किया गया । जिसमें परियोजना कार्य के अंतर्गत शिवरार्थी स्वयंसेवकों द्वारा शिविर स्थल पर परिसर पर स्वच्छता अभियान चलाया गया एवं परिसर को समतलीकरण किया गया । परियोजना कार्य के अंतर्गत अस्थाई सोख्ता गड्ढे का निर्माण कर पानी निकासी के लिए नाली बनाया गया ।शिवरार्थियों स्वयंसेवकों द्वारा ग्राम भलेसर एवं आश्रित ग्राम नवापारा में ग्राम संपर्क अभियान के अंतर्गत स्वच्छता के प्रति नुक्कड़ नाटक, नारा लेखन एवं जनजागरुकता रैली के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया । स्नान एवं भोजन पश्चात द्वितीय दिवस के बौद्धिक सत्र में मुख्य अतिथि श्री सुरेश शुक्ला समाजसेवक जिला महासमुंद, श्री नूतेश सिन्हा पंच ग्राम पंचायत भलेसर, श्री अजय कुमार राजा कार्यक्रम अधिकारी, श्रीमती राजेश्वरी सोनी कार्यक्रम अधिकारी, श्री प्रकाशमणि साहू सहायक कार्यक्रम अधिकारी एवं श्री अविनाश चौहान जनभागीदारी व्याख्याता वाणिज्य मंचस्थ रहे । डॉ सुरेश शुक्ला द्वारा सहकारिता कृषि एवं आजीविका विषय पर शिवरार्थियों को विस्तार से उदाहरण सहित समझाया गया । जिसमें उन्होंने बताया कि कृषि एवं व्यवसाय एवं आजीविका को समझाते हुए एनडीपीएस के बारे में विस्तृत जानकारी बताया गया । आप जिस विषय में पारंगत है उसी विषय पर आगे बढ़कर स्व रोजगार स्थापित कर सकते है । कृषि के क्षेत्र में आजीविका का साधन एवं रोजगार की संभावनाएं बहुत अधिक है । लेकिन वर्तमान समय में इससे सभी पिछड़ रहे है ।सहकारिता का अर्थ सह एवं कार्य इसका अर्थ यह है कि साथ में मिलकर किया कार्य होता है, घरों का बसना भी सहकारिता का उदाहरण है । शिक्षा, अनुशासन, संस्कार एवं कौशल का तालमेल हो ताकि किसी भी ऊंचाइयों को छू सके । आजीविका का अर्थ रोज़गार से जोड़ना है ।एनजीओ के बारे में जानकारी प्रदान किया गया । डिग्री खरीदी जा सकती है अनुभव नहीं अनुभव कार्य करने से ही मिलेगा । वर्तमान समय में पूंजीवाद हावी होते जा रहा है उस स्थिति में सहकारिता के साथ कार्य किया जाना सार्थक होता है । स्किल भी एक प्रकार का वैल्यू एडिशन है । उद्बोधन पश्चात शिविर में प्रतिदिन पत्रिका विमोचन किया जाता है । जिसमें पत्रिका समूह द्वारा पूर्व दिवस के गतिविधियों को समाचार के रूप में बौद्धिक सत्र के अतिथियों द्वारा पत्रिका के रूप में विमोचित किया जाता है श्री सुरेश शुक्ला जी द्वारा शिविर उद्घाटन का पत्रिका नईपहल का विमोचन किया गया । कार्यक्रम में वरिष्ठ स्वयंसेवक सहित सभी शिवरार्थी उपस्थित रहे। बौद्धिक सत्र में श्रीमती राजेश्वरी सोनी कार्यक्रम अधिकारी द्वारा सम्मानित मंच का आभार व्यक्त किया। संचालन दल क्रमांक 01 दल नायक श्रद्धा तिवारी द्वारा किया गया ।
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