उभय लिंग व्यक्ति से बराबरी का व्यवहार करें: डॉ. मालती तिवारी
महासमुंद ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर
छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार उभयलिंगी व्यक्ति अधिकारों का सरंक्षण अधिनियम 2019 (TG) Act 2019), उभयलिंगी व्यक्ति अधिकारों का संरक्षण नियम 2020 (Riles for G Act 2020) के प्रावधानों व तृतीय लिंग समुदाय के अन्य मुद्दों पर जागरूकता कार्यकम के अंतर्गत शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में प्राचार्य प्रो. करुणा दुबे के मार्गदर्शन उभयलिंगी व्यक्ति के अधिकारों के प्रति जनजागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम में डॉ. मालती तिवारी जिला संगठक रासेयो, श्री अजय कुमार राजा व श्रीमती राजेश्वरी सोनी कार्यक्रम अधिकारी रासेयो एवं श्री प्रकाशमणि साहू जनभागीदारी व्याख्याता रसायनशास्त्र मंचस्थ रहे। डॉ. मालती तिवारी द्वारा तृतीय लिंग के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बताते हुए कहा कि तृतीय लिंग समुदाय के व्यक्तियों को समाज की मुख्य धारा में लाने का प्रयास है। सामाजिक परिर्वतन लाने में शिक्षा आधारभूत भूमिका अदा करती है। समाज मे विभिन्न प्रकार के भेदभाव देखने को मिलते है, जिसमें लिंग संबधी भेदभाव स्पष्ट देखने को मिलते है। इसी समाज में कई ऐसे वर्ग भी है, जो हमारी सामाजिक असंवेदनशीलता के चलते बदतर जीवन जीने के लिए मजबूर है, उनमें से एक वर्ग है-तृतीय लिंग समुदाय के व्यक्ति, जिसे हम हिजड़ा, किन्नर, सुसरा, उभयलिंगी, मुहगर, पावैया व कोती आदि नामों से जानते है। जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से तृतीय लिंग समुदाय के प्रति सकारात्मक व सहयोगात्मक दृष्टिकोण का विकास करना है। तृतीय लिंग व्यक्तियो की अपनी दृष्टिकोण ‘और उनके प्रति “दूसरों” का दृष्टिकोण में बड़ा अन्तर रहा है। तृतीय लिंग समुदाय के व्यक्तियो को शिक्षा के दौरान विभिन्न समस्याओ का सामना करना पड रहा है जो कि समाज के लिए विचारणनीय है । श्री अजय कुमार राजा ने तृतीय लिंग समुदाय सुधार के लिए किए जाने वाले कार्य जैसे समाज में तृतीय लिंग समुदाय के लिए कार्य करने वाले प्रेरक व्यक्तियो का सम्मान करना । तृतीय लिंग समुदाय को राष्ट्र की मुख्य धारा में जोडने का प्रयास । इनके शिक्षा के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने का प्रयास करना। तृतीय लिंग परिवार को उनमुखीकरण की आवश्यकता, बच्चो का उनमुखीकरण की आवश्यकता । तृतीय लिंग बच्चो की पहचान कर अनुकुल अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है। शिक्षा के माध्यम से थर्ड जेंडर हेतु समता मूलक समाज की स्थापना। तृतीय लिंग समुदाय के समाज के सोच में परिवर्तन लाने का प्रयास करना, संवेदनशील बनाने हेतु उनमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित करना हमारे द्वारा यह महत्वपूर्ण कार्य किया जा सकता है। श्रीमती राजेश्वरी सोनी ने बताया कि इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए थर्ड जेंडर द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया । यदि सारे समाज का हमें विकास करना है, तो समाज के हर व्यक्ति पर हमें ध्यान देना पड़ेगा। उभय लिंग व्यक्ति के प्रति हमें अपनी मानसिकता में परिवर्तन करना पड़ेगा। उनके साथ बराबरी का व्यवहार करना होगा। व्यक्तियों से समाज बनता है और उभय लिंग व्यक्ति भी समाज का एक हिस्सा है, तो उसकी शिक्षा के लिए, उसके स्वास्थ्य के लिए, उसकी राजनीति में, समाज में एवं अन्य क्षेत्रों में हिस्सेदारी के लिए न्याय पालिका ने उन्हें कुछ अधिकार और हमें कुछ दायित्व दिए हैं। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवक दुर्गेश पटेल, मेघराज साहू, गोपी सिन्हा, रोशनी राजपूत, खुशबू कन्नौजे, शीतल देवांगन सहित अधिक संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे। श्री प्रकाशमणि साहू द्वारा आभार व्यक्त किया संचालन स्वयंसेवक मनोज देवांगन द्वारा किया गया ।