यादवों ने सुहई बांधकर लगाया दोहा,
नवागढ़(ट्रैक सीजी न्यूज) – नगर में शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा का पर्व मनाया गया। श्रद्धालुओं ने सुबह-सुबह कार्तिक स्नान किया। देर शाम नगर के यादवों ने गायों को सोहई बांधी। इसके साथ ही दिनभर मंदिरों में पूजन-अर्चना चलती रही।
सबसे पहले यादवों ने नगर के मालगुजार विकास धर दीवान के गौशाला में दोहा लगाते हुए गायों को सोहई बांधने की रस्में निभाई। ततपश्चात यादवजन घर-घर सोहई बांधने रवाना हुए। दीवान ने यादवों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नगर के यादवों ने आज भी पुरानी परंपरा को सहेजा हुआ है। मड़ई-मातर, गोवर्धन पूजा, आदि हमारी छत्तीसगढ़ी संस्कृति की पहचान है।
उल्लेखनीय है कि नवागढ़ क्षेत्र में आज भी पुरानी परंपरा के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा, गोवर्धन पूजा व लक्ष्मी पूजा के दिन यादव अपने मालिकों के पशुओं को सुहाई बांधकर दोहा लगाकर आशीर्वाद देते रहे। सुहाई बनाने की तैयारी पहले से ही करते हैं ताकि त्योहार तक सभी पशुओं के लिए सोहई तैयार हो सके। मयूर पंख के साथ सुहाई का निर्माण करते हैं। पेड़ की जड़ को लाल व काले रंग में रंगकर सोहई बनाई जाती है। मयूर पंख के दाम बढ़ने के कारण अधिकतर सुहाई परसा छाल से बनाए जाते हैं। देवउठनी के दिन भी सुहाई बांधी जाती है।
इस दौरान तातू यादव,बुलटू यादव,पंचू यादव,जीवन यादव,अर्जुन यादव,परसादी यादव,खेलन यादव,चैनु यादव,पुसउ यादव,राधे यादव,उदल यादव,संतोष यादव,बनझुलवा यादव,बनबोवा यादव,पुररू यादव,अशोक यादव,जुठेल यादव,परदेशी,जतनु,जेठू,खेदू, बराती, बलदाऊ,सहदेव,चैतू,लबेदु,नेतराम,फत्ते सहित बडी संख्या में यादव बंधु उपस्थित रहे।