अपनी ही पार्टी की महिला प्रवक्ता से हुई बदसलूकी पर मौन रहने वाले दीपक बैज, महिला सुरक्षा की बात कर रहें हैं : भावना बोहरा
रोहित चंद्रवंशी,दैनिक ट्रैक सीजी/कवर्धा।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज के साड़ी व चूड़ी वाले बयान पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पांच वर्षों तक अपराधियों को पोषित और जनता को शोषित करने वाले कांग्रेस पार्टी के नेता आज छत्तीसगढ़ में अपराध को लेकर चिंता व्यक्त कर रहें हैं। भावना बोहरा ने कहा कि पांच वर्षों तक कांग्रेस पार्टी ने केवल अपराधियों को संरक्षण देने का काम किया है और आज उसी का नतीजा है कि उनके हौसले बुलंद हैं, लेकिन अब छत्तीसगढ़ में भाजपा के सुशासन की सरकार है जहाँ अपराध करने वाले और अपराधियों को संरक्षण देने वाले दोनों पर नकेल कसी जा रही है जिसे देखकर दीपक बैज और कांग्रेस पार्टी को पीड़ा हो रही है। उन्होंने कहा कि जो बबूल का पेड़ पांच वर्षों तक कांग्रेस पार्टी ने बोया है वो कांटे आज दिख रहें हैं और लगातार मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार उनपर कार्यवाही कर रही है थो कहीं न कहीं कांग्रेस में तिलमिलाहट दिखाई दे रही है क्योंकि उनके करीबियों की संलिप्तता उसमें उजागर हो रही है।
भावना बोहरा ने कहा कि आज एक तरफ हमारे प्रदेश में राज्य स्थापना दिवस का राज्योत्सव चल रहा है तो दूसरी तरफ अपनी ओछी राजनीति से कांग्रेस विपक्ष की मर्यादा लांघ रही है। दीपक बैज जी कहते हैं कि हमारे माननीय मुख्यमंत्री और गृहमंत्री जी को साड़ी और चूड़ी पहन कर बैठ जाना चाहिए। मैं एक महिला होने के नाते उनसे यह पूछना चाहती हूं कि जब 5 साल तक प्रदेश में चाकूबाजी की घटनाएं हुई तब क्या आप सब भी साड़ी और चूड़ी पहनकर बैठे थे। जब भिलाई में मलकीत की हत्या हुई, सिलगेर में गोलीकांड हुआ और पूरे प्रदेश में अपराधियों ने हाहाकार मचाया हुआ था तब क्या आपकी पूरी कांग्रेस पार्टी साड़ी और चूड़ी पहनकर सिर्फ महादेव सट्टा खेल रही थी? कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता जब रायपुर आईं थी और उन्ही की पार्टी के प्रवक्ता द्वारा उनसे बदसलूकी की गई तब आखिर दीपक बैज जी और उनके शीर्ष नेता क्यों मौन थे?
और जहां तक साड़ी और चूड़ी की बात है तो मैं दीपक बैज जी से यह पूछना चाहती हूं कि वह हम महिलाओं के वस्त्र और हमारे श्रृंगार को हीन भावना से क्यों देखते हैं? क्या दंतेश्वरी माता को साड़ी और चूड़ी का श्रृंगार नहीं चढ़ता? क्या शक्ति की प्रतीक मां दुर्गा और संघार की प्रतीक मां काली साड़ी और चूड़ी नहीं पहनती? क्या यही साड़ी और यही चूड़ी पहन कर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और गोंडवाना की रानी दुर्गावती ने दुश्मनों से लड़ाई नहीं लड़ी थी? क्या पूर्व प्रधानमंत्री स्व श्रीमती इंदिरा गांधी ने साड़ी नहीं पहनी? क्या आपके दल की प्रमुख सोनिया जी और प्रियंका जी भी साड़ी और चूड़ी नहीं पहनती हैं। आज पूरे प्रदेश में हम छत्तीसगढ़ महतारी की जो प्रतिमा देखते हैं उस प्रतिमा में भी हमारी छत्तीसगढ़ महतारी ने साड़ी और चूड़ी पहन रखी है लेकिन उनके हाथ में धान है तो हंसिया भी है।
भावना बोहरा ने आगे कहा कि हम भारतीय जनता पार्टी के लोग इस साड़ी और चूड़ी को कमजोरी का प्रतीक नहीं मानते हम इस भारतीय संस्कृति का सम्मान करते हैं और आज इसी साड़ी और चूड़ी वाली महिलाओं को समान अधिकार दिलाने के लिए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 33% आरक्षण का भी प्रावधान किया है। इसी साड़ी और चूड़ी को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए हमारे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी महतारी वंदन योजना के माध्यम से हर महिला को प्रतिमाह 1000 रुपए की राशि प्रदान कर रहे हैं। इसीलिए अपनी 5 साल की बोई हुई अपराध की उपज पर आप हम महिलाओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ मत कीजिए। हम महिलाएं किसी भी तरह कमजोर नहीं है पर ना ही हमारी साड़ी और चूड़ी किसी कमजोरी का प्रतीक है।