जांजगीर-चांपा ( ट्रैक सीजी न्यूज / प्रमोद कश्यप )
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर जिला मुख्यालय जांजगीर में स्थित सरदार पटेल उद्यान में भव्य श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर सरदार पटेल की आदमकद प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित कर उनके अद्वितीय योगदान को याद किया गया। कुर्मी समाज द्वारा आयोजित इस समारोह में बड़ी संख्या में समाज के वरिष्ठ जन और युवा एकत्रित हुए, जिन्होंने सरदार पटेल को “राष्ट्रीय एकता और अखंडता के प्रेरणास्रोत” के रूप में सम्मानित किया।समारोह में उपस्थित वक्ताओं ने सरदार पटेल के साहसिक नेतृत्व और देश की स्वतंत्रता के पश्चात रियासतों के एकीकरण में उनके निर्णायक योगदान को सराहा। वक्ताओं ने बताया कि सरदार पटेल का दृढ़ निश्चय और दूरदर्शिता ही थी जिसने देश को एकता के सूत्र में पिरोया और स्वतंत्रता के बाद एक सशक्त और संगठित भारत की नींव रखी।कुर्मी समाज ने इस अवसर को “विश्व एकता दिवस” के रूप में मनाते हुए समाज के लोगों को एकजुट होकर देश की प्रगति और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प दिलाया। विशेष तौर पर युवाओं को सरदार पटेल के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दी गई और उन्हें सामाजिक समरसता और भाईचारे के मार्ग पर आगे बढ़ने की शपथ दिलाई गई।इस कार्यक्रम के अंत में समाज के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने सरदार पटेल की विरासत और उनके आदर्शों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के समय में, जब समाज में विभाजन की स्थिति उत्पन्न हो रही है, हमें सरदार पटेल के सिद्धांतों का पालन कर एकता को बनाए रखना चाहिए।पूरे समारोह के दौरान देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत माहौल बना रहा, और उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि वे सरदार पटेल के बताए मार्ग पर चलकर समाज और देश की प्रगति में योगदान देंगे ।
क्या कहा विधायक व्यास कश्यप ने व्यास कश्यप ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के बारे में बताते हुए कहा कि भारत देश को आजाद करने में उनकी बहुत बड़ी भूमिका थीं और जब हमें अंग्रेजों से आजादी मिली तब हमारा देश 562 रियासतों में बटा था इतनी बड़ी चुनौती को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अपने कुशल नेतृत्व में “एक भारत श्रेष्ठ भारत “का नारा देते हुए सभी 562 रियासतों को मिलाया उनके इस साहसिक और एकीकरण में योगदान के लिए पूरे देश ने उन्हें लौह पुरुष के रूप में स्वीकार किया ।
वही इस कार्यक्रम में जांजगीर विधानसभा के विधायक व्यास कश्यप , चंद्रशेखर कश्यप , नरेंद्र कौशिक , बिशुन लाल कश्यप ,संतोष कश्यप , शिव कश्यप , मिथलेश कश्यप , विष्णु कश्यप , रामकिशुन कश्यप , कौशल्या कश्यप , नंदनी रजवाड़े , प्रमोद कश्यप , तुलेश्वर कौशिक , अतुल कश्यप , विकास कश्यप , छत्रपाल कश्यप , प्रकाश कश्यप , कैलाश कश्यप , महेंद्र कश्यप , पलास चंदेल , छवि कश्यप , लोकेंद्र कश्यप , भूपेंद्र कश्यप , टीकम कश्यप , अजय कौशिक , प्रीतम कौशिक सहित कुर्मी समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए ।