जिले के बेरोजगार माइनिंग ओवरमेन सर्टीफिकेट प्राप्त युवाओ को जिले में संचालित प्राइवेट खदानों में रोजगार देने बावत संगठित हुवे युवा।
शशी रंजन सिंह
सूरजपुर (ट्रैक सी.जी. जिला ब्यूरो चीफ) :–वर्तमान समय मे देश की सबसे बड़ी दो समस्या प्राइवेटेशन ओर बेरोजगारी है जिससे सर्टिफिकेट प्राप्त युवाओ को रोजगार हेतु भारी मानसिक तनाव से झूझना पड़ रहा है माइनिंग के ओवर मेन सर्टिफिकेट प्राप्त छात्र सरफराज खान ने बताया है कि सूरजपुर जिले में ओवर मेन सर्टिफिकेट प्राप्त युवाओ की संख्या सकेडो में है अम्बिकापुर ओर सूरजपुर में दो शासकीय माइनिंग के महाविद्यालय है जिससे हर वर्ष जिले में माइनिंग सर्टिफिकेट प्राप्त युवओ की संख्या बड़ती जा रही है सूरजपुर जिले में लगातार प्राइवेट खदाने खुल रही जिसमे गेनवेंल ,एस. एम.एस., आशीर्वाद, प्रकश इंडस्ट्री जैसी कंपनिया प्रमुख है सूरजपुर जिले में इतनी संख्या मे संचालित प्राइवेट खदाने होने के बावजूद जिले के सकेडो माइनिंग अभ्यर्थियों को रोजगार हेतु दर दर की ठोकरे खानी पड़ी रही है ,बीते 2 वर्षो से जिले के युवा जब प्राइवेट माइंस में रोजगार हेतु जाते है तो पूरे दस्तावेज होने के बावजूद अनुभव के अभाव में उन्हें लोटा दिया जाता है सभी माइंस द्वारा एक जैसा उत्तर दिया जाना बताता है कि जिले के युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है व भारी संख्या में बाहरी लोगों को रोजगार दिया जा रहा है जब तक कोई जिले के युवाओं को रोजगार नही देगा तबतक अनुभव कहा से प्राप्त होगा इसका जवाब देने से सभी बचते है जिले के युवाओं को धोखे में रख लगातार बाहरी लोगों की भर्ती का हम विरोध करते है जिसपर दिनांक 27 दिन रविवार को चोपड़ा सामुदायिक भवन बिश्रामपुर में जिले के माइनिंग अभ्यर्थियों द्वारा बैठक की गई जिसमें युवाओ ने जिले में हो रहे इस अनन्याय के खिलाफ संगठित रूप से चरण बद्ध तरीके से लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया है जिसमे सर्वप्रथम जिला कलेक्टर महोदय,व बिश्रामपुर क्षेत्र जी.एम महोदय से मुलाकात कर अपनी मांग रखने और निश्चित समय मे हमारी मांगो पर कार्यवाही न होने पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन भूखहड़ताल आदि भी किये जाने की बात कही है युवाओ ने कहा कि प्रबंधन से आग्रह करते है कि इस विकराल समस्या हेतु कोई व्यवस्था बनाई जाए ताकी जिले के बेरोजगार युवा जिले में संचालित खदानों में रोजगार पा सके और पूरी लगन मेहनत और ईमानदारी से खदानों के संचालन में अपना योगदान दे सके ,हम आशा करते है कि वर्तमान समय मे बेरोजगारी से जूझ रहे सकेडो युवाओ की समस्याओ को निराकरण किया जाए अन्यथा हम संगठित रूप से चरण बद्ध तरीके से शांतिपूर्ण प्रदशर्न करने को बाध्य होंगे।