दैनिक ट्रैक सीजी, जगदलपुर। बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने युवाओं को मार्गदर्शन देते हुए संवैधानिक, सामाजिक, वनअधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामसभा, पंचायत कार्य, स्वरोजगार,समाज उत्थान, हेतु बस्तर की सशक्त मूलअधिकार के लिए प्रेरित किया।
बस्तर विधायक श्री लखेश्वर बघेल ने कहा कि युवा हमारे राष्ट्र की प्रमुख तकनीकी, सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों पर कार्य करने के विकल्प पर विचार करें,शिक्षा ही एकमात्र माध्यम है, जिसके जरिये हम विकास कर सकते हैं और अपने सपनों को साकार कर सकते हैं देश और प्रदेश के विकास में प्रदेश के युवाओं की अधिक से अधिक भूमिका हो, इसी उद्देश्य से ग्रामीण अंचलों में, हम युवाओं से जनसंवाद करने हेतु युवा जन जागृति संगोष्ठी सह प्रशिक्षण कार्यक्रम रखकर युवााओं को आगे बढ़ने हेतु प्रेरित कर रहे हैं।
जिला पंचायत सदस्य गणेश बघेल ने कहा की संवैधानिक अधिकार एक विशेषाधिकार या कर्तव्य, एक शक्ति या शक्ति का प्रतिबंध हो सकता हैं जिसे एक संप्रभु राज्य या राज्यों के संघ द्वारा मान्यता प्राप्त और स्थापित किया जाता है सामाजिक का मतलब है, लोगों के बीच होने वाले संबंधों की एक व्यवस्था सामाजिक जीवन से जुड़े रहने से, चिंता, अवसाद, और तनाव कम होता है सामाजिक संबंधों से, आत्म-सम्मान बढ़ता है, आराम मिलता है, अकेलेपन से बचा जा सकता है, और जीवन की उम्मीद बढ़ती है।
मानसिंह कवासी ने कहा की पूर्ववर्ती सरकार ने वन अधिकार से जुड़े कई काम किए हैं। सामुदायिक वन संसाधन अधिकार जागरूकता अभियान शुरू किया था इस अभियान का मकसद ग्राम सभाओं को वन अधिकार से जुड़ी प्रक्रियाओं की जानकारी देना था। वनाधिकार पट्टे जारी किए हैं इन पट्टों से वन क्षेत्रों में वन भूमि पर कब्ज़ा करने वाले लोगों को ज़मीन का मालिकाना हक दिलाने का काम बस्तर विधायक श्री लखेश्वर बघेल के मार्गदर्शन में हुआ था।
हेमराज बघेल ने कहा की रोज़गार में कोई व्यक्ति किसी और के लिए काम करता है जबकि स्वरोज़गार में व्यक्ति अपने लिए काम करता है लेकिन हमें स्वरोज़गार करके परिवार की भरण-पोषण एवं उसकी आर्थिक स्थिति दुगुनी हो ऐसे कार्य करके हम दुसरो को भी रोजगार का अवसर दें सकते हैं इससे दूसरे परिवार की भी आर्थिक स्थिति अच्छी हो सकती हैं जिस तरह अभी देश में बढ़ती बेरोजगारी चरम पर हैं इससे यह अंदाजा भी लगाया जा सकता हैं जिस तरह से लोगों में नौकरी का जूनून हैं धीरे-धीरे कम होती हैं दिख रही हैं इसलिए हमें सवालम्बन होना जरूरी हैं।
इस दौरान मौजूद रहे चंपा ठाकुर, चंपा बघेल, गोपाल कश्यप, सोनाधर कश्यप, बुदरू बघेल,जयंती नेताम,अर्जुन पांडे,महेंद्र बघेल,कृपालु, चैतराम, रियाज खान, लखेश्वर कश्यप, मनीराम,नीलम कश्यप,डमरूधर, रुद्रप्रताप,पूरन ठाकुर, मनोज, थबीर, महेश, थनु, डोमूराम,सोमारु, बजनू, एकादशी, रामचंद्र,जितेंद्र तिवारी, तुलसीराम ठाकुर, राजेश कुमार, पूरन कश्यप,सोमारु, एवं समस्त कार्यकर्त्तागण व ग्रामवासी उपस्थित रहे।